सृजन यात्रा

सत्यशोधक फाउंडेशन एवं देस हरियाणा पत्रिका की और से आयोजित एक सृजन यात्रा का पानीपत पहुंचने पर हाली पानीपती ट्रस्ट  तथा उनके सहयोगी अन्य संगठनों ने प्रसिद्ध उर्दू शायर तथा समाज सुधारक ख्वाजा अल्ताफ हुसैन हाली की मजार पर एक संगोष्ठी आयोजित कर स्वागत किया गया । इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि हाली पानीपती उर्दू साहित्य के पहले समीक्षक हैं, जिनका उर्दू साहित्य पर गहरा प्रभाव रहा। वह मिर्जा गालिब के अभिन्न मित्रों में से एक थे और उन्होंने अनेक विधाओं में साहित्य रचना की और अपने समाज में जागरूकता का मार्ग प्रशस्त किया। वह विश्व शांति, राष्ट्रीय एकता तथा महिला सशक्तिकरण के समर्थक थे। जिन्होंने अपने साहित्य एवं शायरी के माध्यम से समाज के  जागतिक मुद्दों को उजागर किया। यह नगर न केवल हाली की जन्मभूमि  है अपितु पुण्यभूमि भी है । हाली पानीपती ने संयुक्त पंजाब में लड़कियों का स्कूल खोलकर शिक्षा की  मशाल जलाई। युगो युगो तक उनका नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। यात्रा के संयोजक डॉ सुभाष चंद्र ने कहा कि 29 फरवरी व 1 मार्च  को यह  सृजन यात्रा पानीपत में हजरत बू अली शाह कलंदर व हाली पानीपती  को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए करनाल, रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, हिसार जींद कैथल तथा कुरुक्षेत्र क्षेत्र से गुजरेगी। प्रदेश के साहित्यकार, रंगकर्मी तथा कलाकार इस यात्रा में शामिल रहेंगे।
       
दूसरा महत्वपूर्ण पड़ाव रेवाड़ी जिला के गुड़ियानी स्थित प्रख्यात साहित्यकार व पत्रकार बाबू  बालमुकुंद गुप्त की हवेली होगी। यहां पर 29 फरवरी को शाम 4 बजे बाबू बालमुकुंद गुप्त की साहित्यिक एवं पत्रकारिता की विरासत पर संगोष्ठी एवं विचार परिचर्चा आयोजित की जाएगी। बाबू  बालमुकंद गुप्त ने हिंदी भाषा के निर्माण में ,साहित्य में नवीन विचारों के लिए तथा बाल साहित्य के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था। 'भारत मित्र' समाचार पत्र के संपादक के रूप में उन्होने पत्रकारिता के लिए जो मानदंड बनाए वे आज भी अनुकरणीय है ।उनकी बेबाक लेखनी तत्कालीन साम्राज्यवादी शासन सत्ता के दमन व क्रूरताओं के खिलाफ आग उगलती थी।       
         
यह यात्रा 1 मार्च को प्रातः 9.30 बजे  झज्जर जिला में संत गरीबदास का छुड़ानी धाम पहुंचेगी। संत गरीबदास कबीर परम्परा के  कवि है ।उन्होंने धार्मिक पाखंड और सामाजिक भेदभाव की सरणियो का विरोध किया ।गरीबदास की वाणी में स्थापित मूल्यों को हमारे समाज में स्थापित करने की आवश्यकता है। इसके पश्चात यात्रा 1 बजे हांसी पहुंचेगी। बाबा फरीद की साधना स्थली चार कुतुब में बाबा फरीद की सूफी परम्परा और हमारा समाज विषय पर संगोष्ठी होगी।फरीद का सूफी परम्परा  में महत्वपूर्ण स्थान है ।वे हांसी में 12 साल रहे थे। सूफियों का हरियाणा- पंजाब के जन जीवन पर गहरा प्रभाव है।वे  अपने समय के जन बुद्धिजीवी थे। जिन्होंने लोगों को रास्ता दिखाया। यहां बठिंडा
 से प्रख्यात इतिहासकार सुमेल सिंह सिद्धू मुख्य वक्ता के तौर पर विचार रखेंगे।
     
चौथा हरियाणा सृजन  उत्सव कुरुक्षेत्र के सैनी समाज भवन में आयोजित होगा। हरियाणा सृजन उत्सव प्रदेश का एक महत्वपूर्ण साहित्यिक- सांस्कृतिक उत्सव है। जिसका कलाकार व साहित्यकारों को इंतजार रहता है। 29 फरवरी व 1 मार्च की सृजन यात्रा से इसका आगाज हो जाएगा ।   इस दौरान विभिन्न स्थानों पर सृजन कर्मियों द्वारा इसका स्वागत किया जाएगा ।इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हरियाणा की सृजन परंपरा की पहचान करना, इसका प्रचार व विस्तार करना तथा प्रदेश के लोगों को इससे अवगत करवाना होगा।सृजन यात्रा के दौरान हरियाणा के साहित्यकार- कलाकार शामिल होंगे। हरियाणा सृजन यात्रा में शामिल सृजनकर्मी  प्रो  सुभाष चंद्र, संपादक देस हरियाणा कुरुक्षेत्र, ज्ञानप्रकाश विवेक, वरिष्ठ कथाकार, ग़ज़लकार बहादुरगढ़ ,डॉ अशोक भाटिया,प्रसिद्ध लघु कथाकार, करनाल, सुरेंद्र पाल सिंह, लोक संस्कृति लेखक, पंचकूला,मनजीत भोला  युवा गजलकार एवं रागनी लेखक, कुरुक्षेत्र, डॉ अमित मनोज, संपादक ,रेत   पथ पत्रिका एवं सहायक प्रोफेसर केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा,डॉ सिद्धार्थ शंकर राय, समीक्षक  सहायक प्रोफेसर केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा, राममोहन राय, महासचिव  हाली पानीपती ट्रस्ट व सम्पादक नित्यनूतन  , अरुण कैहरबा शिक्षाविद  रंगकर्मी व स्तंभकार ,इंद्री करनाल राजकुमार जांगड़ा, लघु कथाकार व कवि, हिसार दयाल' जास्ट',  युवा साहित्यकार, इंद्री करनाल अविनाश सैनी , संपादक, सारी दुनिया( पाक्षिक अखबार)  रोहतक ,प्रवेश त्यागी, युवा रंगकर्मी व लोक गायक, घरौंडा, कपिल भारद्वाज, कवि व शोधार्थी, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, योगेश शर्मा कवि व शोधार्थी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, विकास सालयाण,   फिल्म समीक्षक व शोधार्थी , कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय  ,अंजू , शोधार्थी कुरुक्षेत्र  विश्वविद्यालय, श्रीमती विपुला, प्रबंधक ट्रस्टी, सत्यशोधक फाउंडेशन, कुरुक्षेत्र, बलवान सत्यार्थी, सृजनकर्मी, टोहाना, संतोष मुदगिल, पूर्व प्राचार्य व शिक्षाविद रोहतक। इस यात्रा का स्वागत नगर के प्रमुख नागरिकों हाली  पानीपती ट्रस्ट के  महासचिव राममोहन राय , नागरिक मंच के अध्यक्ष डॉ शंकर लाल , हरन्देर राणा प्रवीण कुमार , अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष  राजेन्द्र छौक्कर , भगत सिंह से दोस्ती मंच के संयोजक दीपक कथूरिया, जनवादी महिला समिति की जिला सचिव पायल, माता सीता रानी सेवा संस्था  की परामर्शदाता सुनीता आनन्द, हाली अपना स्कूल की मुख्यध्यापिका प्रिया लूथरा, प्रीती, दीनाक्षी, सोनिया, कीर्ति, ईशा,   विकास व अशोक आदि ने किया। इस अवसर पर हाली पानीपती ट्रस्ट के उपाध्यक्ष श्री  रमेशचन्द्र पुहाल ने उन्हें पानीपत के स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। संगोष्ठी में श्री रमेश चंद्र पाल की पुस्तक 'यादगरे  हाली पानीपती' का विमोचन भी किया गया

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