निर्मला देशपाण्डे संस्थान में ईश्वर भाई पटेल जयन्ती
पद्मश्री ईश्वर भाई पटेल की 88वीं जयंती पर निर्मला देशपांडे संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम में उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए गांधी ग्लोबल फैमिली/ हाली पानीपती ट्रस्ट के महासचिव श्री राम मोहन राय ने कहा कि ईश्वर भाई पटेल ने देशभर में दो लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण किया ,जिसके लिए उन्हें टॉयलेट मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है। ईश्वर भाई पटेल ने 12 साल की उम्र में गांधी जी के सेवादल के साथ स्वेच्छा से काम करना शुरू कर दिया था ।उन्होंने मानव अपशिष्ट इकट्ठा करने वाले हाथ से मैला ढोने वालों के समुदाय के आसपास की वर्जनाओं को देखा। ईश्वर भाई एक दर्दनाक घटना से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने भारत में स्वच्छता की स्थिति में सुधार लाने और भारत में अभी भी प्रचलित अस्पृश्यता की वर्जना को खत्म करने के लिए अपना जीवन समर्पित करने का फैसला किया।
उन्होंने अपने जीवन के 60 वर्ष स्वच्छता के माध्यम से सेवा के लिए समर्पित किए । उनका मानना था कि लोगों के प्रति गहरी करुणा से समाधान निकलेगा। 1969 में ईश्वर भाई पटेल ने गांधी साबरमती आश्रम में हरिजन सेवक संघ के सफाई विद्यालय( स्वच्छता संस्थान) के निदेशक का पद ग्रहण किया और 1985 में अपने संचित अनुसंधान और इंजीनियरिंग विकास के व्यापक प्रसार के लिए उन्होंने पर्यावरण स्वच्छता संस्थान की स्थापना की । आज सफाई विद्यालय और पर्यावरण संस्थान (ईएसआई )ईश्वर भाई पटेल की प्रतिबद्धता का ही फल है और उन गुमनाम आत्माओं के वंश की प्रतिबद्धता है जिन्होंने इस तरह से सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है । ईश्वर भाई की जड़ों में गांधी हैं जिनके जीवन,कार्य और समर्पण ने सभी जातियों वर्गों और लोगों विशेष रूप से हरिजनों के बीच सेतु बनाने के लिए, स्वच्छता की एक आंतरिक और बाहरी प्रक्रिया का नेतृत्व किया। 1932 में महात्मा गांधी द्वारा स्थापित हरिजन सेवक संघ से ईश्वर भाई को बहुत लगाव था और इस ऐतिहासिक संगठन के माध्यम से उन्होंने खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) के अपने मिशन की शुरुआत की । इसके लिए उन्होंने पूरे भारत में बड़े पैमाने पर यात्रा की और नगर पालिकाओं को ओडीएफ के बारे में जागरूक किया और इसे लागू किया ।यहां तक कि उनकी कम लागत वाली गांव की स्वच्छता और शौचालय के डिजाइन को भी कई विकासशील देशों ने अपनाया था। इसलिए उनके इस स्वच्छता अभियान के क्षेत्र में उनके समर्पण, प्रतिबद्धता और योगदान के लिए उन्हें सदैव स्मरण किया जाता रहेगा।
इस अवसर पर हाली अपना स्कूल की कोऑर्डिनेटर पूजा सैनी, जनवादी महिला समिति की जिला सचिव पायल, माता सीता रानी सेवा संस्था की परामर्शदात्री सुनीता आनंद, रोजी चावला, सोनिया, आजमीन, नन्दिनी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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