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Showing posts from June, 2023

प्रिय छोटी बहन पुष्पिता अवस्थी की भावाव्यक्ति (Dr Pushpita Awasthi's expressions)

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   काश हम ऐसे बन पाएं।एक बहन के अपने भाई के प्रति स्नेह भाव :- "चिंतन की चेतना- श्री राम मोहन राय  चिंतन का चैतन्य पुरुष चेतना से श्रीराम की मर्यादाओं के साधक चित्त से मंगल आराधक मनुष्यत्व के मोहना           राम मोहन वार्ताओं में साधते हैं- श्रीकृष्ण की राधे प्रीत  स्वदेश अनुरंजिनी स्वाधीनता की भारतीय भू माटी से करते हैं - अभिषेक आत्म- मानस के धवल अंतरंग भाल का  शब्दों की माटी में  रांधते हैं- सोंधे अर्थ बनाते हैं - माटी से चंदन  स्व समर्पण से देते हैं - उन्हें           सर्वस्व - आलोक            सुहृद अभिनंदन  भेदों से परे  रचते हैं - अमेद की सजग आचरण - संहिता समरसता के सुमधुर मधुर लय में  अन्याय और अयोग्यता के तमस को  सत्य - अहिंसा बोध से छांटते हुए  साकार करते हैं - विवेक में           नीलकंठी गुण-धर्म बगैर किसी कोलाहल के    गटकते रहते हैं- विश्व हलाहल  गांधी दर्शन को  वैश्विक संस्कृति शक्ति बनाने निमित्त  भार्या कृष्णा को साथ लिए  उत्कर्ष के कंधे पर हाथ रखे हुए विचर रहे हैं देश- दुनिया अपनत्व का एका बनाते हुए  बंधुत्व का राग अलापते हुए  निज जीवन के स्वप्निल रंग

Suhana Safar-21(Ghent, Belgium)

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     ब्रुख  में रात भर ठहर कर आज सुबह जल्दी ही नजदीक के अन्य शहर घेंट पहुंचना है । रात को बेशक ज्यादा थकावट रही परंतु नई जगह देखने की मन में तरावट थी इसीलिए जल्दी जल्दी तैयार हुए और इंटरनेशनल यूथ हॉस्टल एसोसिएशन की डाइनिंग हॉल में पहुंच कर भरपूर नाश्ता किया । भरपूर इस लिए कि कहीं भी जाने पर मेरी गुरु मां दीदी निर्मला देशपांडे कहा करती थी कि कार्यकर्ता को जहां भी भोजन मिले खूब भरपेट करना चाहिए फिर आगे पता नही कब मिलेगा ? वे अपनी तुलना ऊंट से करती की रेगिस्तान में वह एक दफा में ही अपने पेट में कई दिन का पानी और खाना संग्रह कर लेता है और फिर कब मिलेगा इसकी कोई चिंता नहीं । बेशक हमें यहां अगली बार की चिंता नहीं थी परंतु उनके  साथ रह खूब खाना अब मेरी आदत में शुमार हो गया है ।     तकरीबन 40 मिनट गाड़ी चला कर हम बेल्जियम के एक बहुत ही ऐतिहासिक शहर घेंट पहुंचे । अभी सुबह के ग्यारह बजे थे । हमने गाड़ी एक चर्च की बेसमेंट पार्किंग में खड़ी की और पैदल ही सीढ़ियों से दो मंजिल चल कर बाहर निकले । बाहर तो क्या यह तो पूरी बहार ही थी ।     घेंट का लगभग 2000 हजार साल से भी पुराना इतिहास है जबकि इसमें अवश