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Showing posts from August, 2021

सीता राम येचुरी और दीदी

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 दीदी निर्मला देशपांडे जी का नाम हम किसी के भी सामने ले तो वह उनके साथ अपने काम और संस्मरण  सुनाने लगता है तब लगता है कि दीदी का काम ,व्यवहार व सम्पर्क कितना व्यापक था । कल ऐसा ही अवसर हमे मिला, जब हम पानीपत -केरल एकजुटता मंच द्वारा जुटाई गई धनराशि एवम सामग्री को देने ए के जी भवन ,दिल्ली गए और हमारी मुलाकात हुई सी पी आई (एम) के महासचिव एवम सांसद श्री सीताराम येचुरी एवम श्री नीलोत्पल बसु (सांसद) से ।  स्व0 दीदी का नाम सुनते ही इन दोनों सरल एवम सहज व्यक्तित्वों के अंदाज एवम व्यवहार में अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को मिला । उनकी बातों में दीदी के प्रति कृतज्ञता एवम श्रद्धा झलक रही थी । वे बता रहे थे कैसे निर्मला दीदी के साथ वे ,वाघा -अटारी बॉर्डर पर दोस्ती -अमन यात्रा में गए थे । नीलोत्पल बसु ने बताया कि स्व0 दीदी की प्रेरणा व नेतृत्व में उन सब ने मिल कर  संसद में ' भारत -पाकिस्तान दोनो देशो के बीच दोस्ती एवम अमन के लिये संसद सदस्यों का एक ग्रुप 'बनाया था  ।  श्री सीताराम येचुरी न केवल किसी पार्टी विशेष के अपितु पूरे देश मे एक लब्धप्रतिष्ठ व्यक्तित्व है । हमने पाया कि किस तरह अपनी वि

शांति सैनिक कुलदीप नैयर

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अमन के अनथक योद्धा-कुलदीप नैयर ! 💐💐💐💐💐💐💐💐 मैंने अपने बचपन से ही उनका नाम सुना था । उनके पिता श्री गुरबख्श सिंह हमारे शहर पानीपत में अपने बड़े पुत्र डा0 राम सिंह नैयर जो कि सिविल अस्पताल में सीनियर मेडिकल ऑफिसर के रूप में काम करते थे , के घर जो हमारे ही पड़ोस में था रहते थे । हमारे परिवार के पड़ोस के इस परिवार से बहुत ही रिश्ते थे । इस वजह से उनके घर हमारा खूब आना -जाना था । डा आर एस नैयर के दोनों पुत्र मेरे भी मित्र रहे । इसलिये जब भी डॉ कुलदीप नैयर अपने पिता और भाई से मिलने आते तो हम उन्हें दूर से देखते ,पर कभी बातचीत नही हुई । बड़े हुए तो दीदी निर्मला देशपांडे जी के दिल्ली स्थित आवास में व कई बार उनके द्वारा आयोजित कार्यक्रमो में उनके दर्शन करने का अवसर मिला । ऐसे मौकों के मैं भी लाभ उठा कर उनसे  मैं उनके पिता और भाई का जिक्र करता हुआ नही चुकता । वे हर बार बहुत ही आतुर भाव से अपने परिवार के बारे में सुनते व प्रसन्नता व्यक्त करते ।       राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा एवम मेरी मातृवत मोहिनी गिरि जी का लगभग दो माह पूर्व सन्देश प्राप्त हुआ कि जनता के स्तर  भारत -पाक  सम्बन्ध

एक नया इतिहास

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  *एक नया इतिहास*     12-15 अगस्त तक दिल्ली राजघाट से शहीद समाधि ,हुसैनीवाला तक पहुंची आग़ाज़ ए दोस्ती यात्रा जिसमे देशभर के 24 संगठनों के 42 प्रतिनिधि रहे ने विश्व शांति व दक्षिण एशिया विशेषकर भारत और पाकिस्तान की जनता के बीच  लोगों की ओर से अमन दोस्ती प्रयासों के लिए एक नया कीर्तिमान होगा ।      सन 80 के दशक में भारत और पाकिस्तान के शांति कर्मियों ने भारत-पाकिस्तान सीमा वाघा अटारी बॉर्डर पर पहुंच कर शांति के लिए मोमबत्तियां जला कर पहल की थी जो इस बात का सूचक थी कि दोनों देशों की न केवल सांझी विरासत है वहीं समान संस्कृति भी है । आज़ादी के लिए संघर्ष भी सांझा रहा और उनके नायक भी । विगत 40 वर्षों की यात्रा ने इस बात को और अधिक पुख्ता किया । सरहद पर ही शहीदों का स्मारक बनाया गया जिस पर लोग जाते और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते । सरहद पर ही दोनों देशों की परेड  का भी आकर्षण रहता जो आनंद का कम बल्कि आपसी तनाव का ज्यादा सबब रहता ।       पर इस बार की यात्रा उससे अलग थी । यह यात्रा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि से चल कर दिल्ली के शहीद पार्क होते हुए मुरथल, सोनीपत ,गन्नौर ,समालखा ,पानी

अमन-दोस्ती यात्रा एक जरूरत-ग़ुलाम नबी आज़ाद

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  *आग़ाज़ ए दोस्ती अमृत महोत्सव यात्रा -2021*         स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर देशभर के विभिन्न गैर राजनीतिक स्वयं सेवी संगठनों की ओर से दिल्ली स्थित महात्मा गांधी की समाधि राजघाट से शहीद भगत सिंह तथा उनके साथियों की हुसैनीवाला(फिरोजपुर) स्थित समाधि स्थल तक 12 से 15 अगस्त ,2021 तक चलने वाली आग़ाज़ ए दोस्ती का शुभारंभ आज गांधी दर्शन , राजघाट ,नई दिल्ली से किया । इस यात्रा में लगभग 35 स्त्री-पुरुष व विद्यार्थी चल रहे है । यात्रा दल  इस दौरान में आने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानी सम्मान स्थलों पर जाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेगा । यात्रा के अन्य पड़ावों में खादी आश्रम, पानीपत, शहीद भगत सिंह के जन्मस्थान खटकड़ कलां, गदरी बाबया की स्मृति में जालंधर स्थित देशभक्त यादगार हॉल, दुद्दी कलां में लाला लाजपतराय के जन्मस्थान व अंत मे मोगा होते हुए हुसैनीवाला समाधिस्थल तक पहुचना होगा ।        यात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में  मुख्यातिथि के तौर पर बोलते हुए गांधी ग्लोबल फैमिली के अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि सत्य व अहिँसा ही ऐसे अस्त्र है जो पूरी मानवता को वि