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Showing posts from November, 2024

महात्मा गांधी के विचारों का भारतीय संविधान पर असर

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महात्मा गांधी का भारतीय संविधान पर असर महात्मा गांधी, जिन्हें राष्ट्रपिता के रूप में जाना जाता है, ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपनी अद्वितीय भूमिका के साथ-साथ भारतीय संविधान के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके विचार और सिद्धांतों ने भारतीय संविधान को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  ▎गांधी जी का दृष्टिकोण गाँधी जी ने अपने जीवन में हमेशा सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों का पालन किया। उनका मानना था कि लोकतंत्र केवल एक राजनीतिक प्रणाली नहीं है, बल्कि यह एक नैतिक और सामाजिक व्यवस्था भी है। उन्होंने कहा, "हमारे देश के पास राजशाही, एकतंत्र प्रजातंत्र और गणराज्य का अनुभव है। हमें पश्चिम और अन्य देशों का अन्धानुकरण नहीं करना चाहिए।" उनके इस दृष्टिकोण ने भारतीय संविधान को एक विशेष दिशा दी, जिसमें केवल राजनीतिक अधिकारों की बात नहीं की गई, बल्कि सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों पर भी जोर दिया गया।    2 अप्रैल, 1947 को दिल्ली में आयोजित एशियन देशों के एक सम्मलेन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि " मैं आशावादी हूं यदि आप सभी अपने दिलों को ...

कल तलक जो सुखन थे, आज है यादे सुखन. एस पी सिंह को विनम्र श्रद्धांजलि.

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कल तलक जो सुखन थे, आज है यादें सुखन जीवन की यात्रा में कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो हमारे दिलों में एक विशेष स्थान बना लेते हैं। वे न केवल हमारे मित्र होते हैं, बल्कि हमारे जीवन के हर मोड़ पर एक साथी, एक मार्गदर्शक और कभी-कभी तो एक प्रेरणा भी बन जाते हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति थे एस. पी. सिंह। उनकी यादें आज भी हमारे साथ हैं, लेकिन उनकी अनुपस्थिति का गहरा शोक हमारे दिलों में बसा हुआ है। एस. पी. सिंह: एक प्रेरणा एस. पी. सिंह का परिचय जाट आरक्षण आंदोलन के बाद की हिंसा के दौरान जनता के स्तर पर बने जन आयोग के माध्यम से हुआ। इस बीच, मैंने जाना कि वे मेरे प्रिय मित्र महावीर नरवाल के बहनोई हैं। यह संबंध धीरे-धीरे एक गहरे और मजबूत मित्रता में बदल गया। एस. पी. सिर्फ मेरे व्यक्तिगत मित्र नहीं थे, बल्कि सामाजिक रिश्ते में भी वे मेरे बहनोई बन गए। उनके विचारों में एक गहराई थी, जिसने हमें और भी करीब ला दिया। करोना काल की कठिनाइयाँ कोरोना महामारी ने हम सभी को अपनों से दूर किया। मेरे परिवार के कई बुजुर्गों और मित्रों को खोने का दर्द सहना पड़ा। इस कठिन समय में, नित्यनूतन वार्ता की शु...

Volendam, Netherlands

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Volendam: एक अद्भुत यात्रा का अनुभव हाल ही में, हमारे पाकिस्तानी दोस्त आमिर नियाजी साहब और उनकी पत्नी के साथ नीदरलैंड्स की यात्रा ने हमें एक अनोखा अनुभव प्रदान किया। हर वीकेंड, वे अपनी कार से हमें लेने आते और फिर ले जाते उन अद्भुत स्थानों पर, जहां सार्वजनिक परिवहन से पहुंचना लगभग असंभव था। आज की हमारी यात्रा का गंतव्य था Volendam, एक ऐसा स्थान जो अपने अनोखे इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। ▎Volendam का इतिहास Volendam, नीदरलैंड्स के उत्तर में स्थित एक सुरम्य मछली पकड़ने वाला गांव है। इसका इतिहास 14वीं शताब्दी से शुरू होता है, जब इसे एक छोटी सी बंदरगाह के रूप में स्थापित किया गया था। यह गांव अपने रंग-बिरंगे घरों, खूबसूरत जलमार्गों और स्थानीय मछुआरों की परंपरा के लिए जाना जाता है। यहां के लोग सदियों से मछली पकड़ने के व्यवसाय में लगे हुए हैं, और यह स्थान आज भी अपनी ताजगी और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। ▎Volendam का महत्व Volendam का महत्व केवल इसके ऐतिहासिक पहलुओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नीदरलैंड्स की सांस्कृतिक धरोहर का भी प्र...

Afsluitdijk, Netherlands

Afsluitdijk: नीदरलैंड्स की एक अद्भुत इंजीनियरिंग उपलब्धि नीदरलैंड्स, जिसे अपने सुंदर परिदृश्य, जलमार्गों और अद्वितीय जलवायु के लिए जाना जाता है, में ऐसी कई संरचनाएँ हैं जो न केवल अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जानी जाती हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण संरचना है Afsluitdijk, जो देश के उत्तर और दक्षिण को जोड़ती है और इसे नीदरलैंड्स की सबसे महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग उपलब्धियों में से एक माना जाता है। ▎इतिहास Afsluitdijk का निर्माण 1927 से 1933 के बीच किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य Zuiderzee को IJsselmeer में परिवर्तित करना था। Zuiderzee, एक विशाल समुद्री खाड़ी थी, जो कभी नीदरलैंड्स के उत्तर में फैली हुई थी। यह क्षेत्र अक्सर बाढ़ का शिकार होता था, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ता था। Afsluitdijk के निर्माण ने न केवल इस समस्या का समाधान किया, बल्कि नए भूमि विकास और कृषि के लिए भी अवसर प्रदान किए। ▎महत्व Afsluitdijk का महत्व केवल इसकी संरचना में ही नहीं, बल्कि इसके पर्यावरणीय और आर्थिक प्रभाव में भी है। यह डाइक न केवल बाढ़ से सुरक्षा प...

उत्कर्ष के दोस्तों का स्वागत

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उत्कर्ष के दोस्तों का स्वागत: एक यादगार शाम आज का दिन हमारे लिए विशेष था, क्योंकि हमारे बेटे उत्कर्ष ने अपने ऑफिस के दोस्तों को अपने घर बुलाया। यह न केवल एक आमंत्रण था, बल्कि एक अवसर था, जिसमें हमें उनके साथ मिलकर एक सुखद अनुभव साझा करने का मौका मिला। उत्कर्ष के साथ आए दोस्तों की संख्या छह थी, जिनमें से. तुर्की की Ozge , ग्रीस के इलियास , इंग्लैंड की Elenor, ब्राजील के मारिया एवं Rapha और नीदरलैंड्स के माइकल थे। जब हम उनके स्वागत की तैयारी कर रहे थे, तो हमें यह चिंता थी कि वे क्या खाएंगे। भारतीय व्यंजन हमेशा से ही विविधता और स्वाद में समृद्ध होते हैं, इसलिए हमने कुछ खास व्यंजन बनाने का निर्णय लिया। हमने गोलगप्पे, दही बड़े, कचौड़ी, छोले और खीर बनाई। यह सोचकर थोड़ा डर भी लग रहा था कि क्या वे गोलगप्पों के पानी में मिर्च को पसंद करेंगे या नहीं। लेकिन जब उन्होंने पहला गोलगप्पा ही खाया , तो हमारी चिंता तुरंत दूर हो गई। न केवल उन्होंने गोलगप्पे को पसंद किया, बल्कि वे सबसे पहले इन्हीं का आनंद लेने लगे। उनके चेहरे पर खुशी और उत्साह देखकर हमें बहुत संतोष मिला। इसके बाद, भारतीय खाने...

kinderdijk, Netherlands

आमिर नियाजी साहब से मिलने के बाद तो नीदरलैंड्स की यात्रा के मायने ही बदल गए. वे और उनकी पत्नी हर वीकेंड पर हमारे घर अपनी कार से लेने आ जाते और फिर ले जाते उन दुर्लभ स्थानों पर जहां Public ट्रांसपोर्ट से जाना नामुमकिन था. आज वे हमे ले गए Kinderdjik ले आए.  Kinderdijk: एक अद्भुत ऐतिहासिक स्थल नीदरलैंड्स का किंदरडिज्क (Kinderdijk) एक ऐसा स्थान है जो अपनी खूबसूरत पवनचक्कियों और अद्वितीय जल प्रबंधन प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि यह नीदरलैंड्स के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि किंदरडिज्क का इतिहास 18वीं सदी से शुरू होता है, जब इसे जल प्रबंधन के लिए विकसित किया गया था। यह क्षेत्र डेल्टा क्षेत्र में स्थित है, जहां नदियों और जलमार्गों का जाल फैला हुआ है। यहाँ के पवनचक्कियों का निर्माण मुख्य रूप से 1740 में किया गया था, ताकि बाढ़ के पानी को नियंत्रित किया जा सके और कृषि भूमि की रक्षा की जा सके। जल प्रबंधन की प्रणाली किंदरडिज्क में कुल 19 पवनचक्कियाँ हैं, जो एक अद्वितीय जल प्रबंधन प्रणाली का हिस्सा है...

Victor Emmanuel Monument, Rome - 9

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विक्टर इमैनुएल स्मारक: रोम का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीक स्थान: रोम, इटली   स्थापना: 1885 - 1935 ▎स्थापना का इतिहास विक्टर इमैनुएल स्मारक, जिसे "विटोरियो इमानुएल II मोंयुमेंट" के नाम से भी जाना जाता है, रोम के केंद्र में स्थित एक भव्य स्मारक है। इसका निर्माण इतालवी एकीकरण के पहले राजा विक्टर इमैनुएल II की याद में किया गया था। इसका निर्माण कार्य 1885 में शुरू हुआ और 1935 में पूरा हुआ। यह स्मारक उस समय के महानतम वास्तुकारों में से एक जुसेप पेसेनी द्वारा डिज़ाइन किया गया था। इस स्मारक का उद्देश्य न केवल विक्टर इमैनुएल II की स्मृति को जीवित रखना था, बल्कि यह इतालवी राष्ट्र की एकता और स्वतंत्रता का प्रतीक भी है। यह उन सभी सैनिकों और नागरिकों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने इटली की स्वतंत्रता और एकीकरण के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। ▎मुख्य आकर्षण 1. भव्य संरचना: विक्टर इमैनुएल स्मारक की संरचना सफेद संगमरमर से बनी हुई है, जो इसे बेहद आकर्षक बनाती है। इसकी ऊँचाई लगभग 70 मीटर है और यह एक विशाल आधार पर खड़ा है, जो चारों ओर से शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है।...