Posts

सुपथ पर चले -अफवाहों से बचे । करे राष्ट्र निर्माण

Image
*सुपथ पर चले -झूठ ,प्रपंच और अफवाहों से बचें* *Inner voice* *Nityanootan Broadcast Service* ) बचपन से ही मेरे माता-पिता की प्रेरणा रहती की गायत्री मंत्र का पाठ करके अपनी शुद्ध बुद्धि की प्रार्थना करनी चाहिए ताकि हम सुपथ पर चले व निंदा- चुगली, घृणा ,प्रपंच व झूठ से बचे । वे हमें इसका सस्वर पाठ करवाते । *ॐ *भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् गायत्री मंत्र का अर्थ* ... *उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अन्तःकरण में धारण करें. वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करें*.        वे लोग सचमुच ही दया के पात्र है जो सुबह-२ उठते ही हिन्दू-मुसलमान का राग अलापने लगते है ।  मेरे कई मित्र हमे ऐसे ही मैसेज भेजते है । उन्हें लगता है कि हम इससे परेशान होंगे । पहले तो सचमुच ऐसा हुआ ,पर अब ऐसे लोगों पर दया आती है । कई भाई-बहन तो ऐसे मैसेज फॉरवर्ड करेंगे जो उन्होंने ने भी नही पढ़े ,बस उन पर हिन्दू-मुसलमान का टैग होना चाहिये बस फिर क्या ,उनकी प्रातःकालीन कार्यवाही...

Happy birthday my sweet doll

Image
मेरे घर आई एक नन्ही परी । Happy birthday my sweet sweet doll Sanghmitra Rai Sinha . Always stay blessed, happy n prosperous . आज भी वह दिन याद है जब तुम्हारा हमारे यहां जन्म हुआ । वह दिन भी जब दीदी निर्मला देशपांडे जी ने तुम्हारा नाम संघमित्रा रखा और बोला "संघमित्रा"। वह दिन भी जब तुम हम सब को श्रीलंका ले गयी और उस यात्रा का नाम दिया Return of Sanghmitra. वह दिन भी जब तुम्हारी शादी हुई और हमने निश्चय किया कि न तो कन्यादान होगा ,न दहेज न कोई तामझाम। और तुम्हारे पति सुमित और उनके परिवार ने सहर्ष स्वीकार किया । वह दिन भी जब तुम श्रेयम की माँ बनी । मुझे गर्व है कि तुम एक स्नेही बेटी, करुणामयी बहन, आदर्श पत्नी , कर्तव्यपारायण बहु और ममतामयी मां साबित हो रही हो । हमे नाज़ है तुम पर । तुम्हारे मम्मी- पापा,

भाई- भाई

Image
*यह तो नाथूराम का ही भाई निकला* । (Nityanootan Broadcast Service)     कल 30 जनवरी , महात्मा गांधी के शहीदी दिवस पर एक गोपाल शर्मा नाम के युवक ने एक देशी तमंचे से जामिया मिलिया ,दिल्ली में आंदोलनकारियों पर *यह लो आज़ादी*  और *जय श्री राम* का नारा लगाते हुए , निशाना साध कर पुलिस की हाजिरी में गोली चलाई जिससे एक  नौजवान घायल हो गया । यह एक ऐसा कृत्य है जिसकी कठोर निंदा की जानी चाहिए ।  गोली चलाने का भी ऐसा दिन चुना गया जिस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जघन्य हत्या एक हत्यारे नाथूराम गोडसे ने गोली मार कर  दी थी ।       अब यदि कोई यह कुतर्क दे कि गोली तो तमंचे से चली थी। तमंचा एक नाबालिग के हाथों में था। यह नाबालिग काफी दिनों से परेशान था और इसी परेशानी में ही उसने यह कुकृत्य किया तो यह समझ से बाहर की बात है। यदि वह परेशान था तो उसने यह काम कहीं और क्यों नहीं किया? क्या वह देसी तमंचे की खोज किसी परेशानी में ही उससे हो गई? यह सब निरापद प्रश्न है? जिसे उठाया जा रहा है। पर एक बात हम ध्यान रखें कि हम भविष्य की एक ऐसी पीढ़ी को पोषित कर रहे ह...

जम्मू में महात्मा गांधी का शहीदी दिवस समारोह

Image
*जम्मू में शहीदी दिवस* *गांधी ग्लोबल फैमिली की जम्मू -कश्मीर इकाई द्वारा 30जनवरी को जम्मू की ऐतिहासिक मुबारक मंडी में आयोजित शहीदी दिवस पर उमड़ी भीड़ ने यह प्रमाणित किया कि महात्मा गांधी को जो इस सूबे से सन 1947 में मोहब्बत और भाईचारे के आशा की किरण दिखाई दी थी वह आज भी बरकरार है । न केवल जम्मू से बल्कि कारगिल ,श्रीनगर सहित दूरदराज के हर कोने से लोग आए थे जो गांधी विचार से प्रभावित थे तथा स्व0 दीदी निर्मला देशपांडे जी से प्रेरित रहे थे । अनेक ऐसे लोग थे जिन्होंने स्व0 दीदी के साथ इस सूबे में सद्भाव का काम किया था पर आज उनके जाने के बाद स्वयं को नेतृत्वहीन मानते थे । प्रसन्नता की बात यह थी कि बापू को श्रद्धांजलि देने वालों हजारों की संख्या में उमड़े जनसैलाब में अधिकांश युवा व विद्यार्थी थे* ।     * सभा के आयोजक पद्मश्री डॉ एस पी वर्मा ने स्व0 दीदी से ही सबको जोड़ने के हुनर को सीखा था । संत विनोबा जी के पंच शक्ति सहयोग की तमाम शक्ति यानी विद्वद, सज्जन , शासन,महाजन एवम जन शक्ति का सम्पूर्ण दर्शन इस कार्यक्रम में था । सभी राजनैतिक दलों ,धार्मिक एवम स्वयमसेवी संगठनों के कार्यक...

30 जनवरी बनाम 10 जनवरी

Image
10 नवम्बर बनाम 30 जनवरी  🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸मेरे पिता जी उस मंजर के चश्मदीद गवाह थे ,वह दिन 10 नवम्बर ,1947 का था जब महात्मा गांधी, किला ग्राउंड पानीपत में एक जनसभा को सम्बोधित करने आए थे । विभाजन के बाद पानीपत  की बड़ी आबादी जो मुस्लिम समुदाय की थी पाकिस्तान न जाकर हिंदुस्तान मे यानि अपने बाबा ए वतन पानीपत में ही रहना चाहती थी । मेरे पिता  बताया करते कि पार्टीशन से पहले पानीपत की 70 फीसदी  आबादी मुस्लिम थी । आपस में भाई चारा इतना कि भाइयो से भी ज्यादा प्यार । शादी -ब्याह ,ख़ुशी -गमी व मरघट में आना जाना । मुस्लिम लोग  पढ़े -लिखे व नौकरीपेशा थे व घर की सारी जिम्मेवारी घर की औरते ही सम्भालती थी और यहाँ तक कि घर की पहचान भी औरत से ही थी यानि 'फलां बीबी का घर '। मेरे पिता खुद भी उर्दू -अरबी-फ़ारसी के टीचर थे तथा उन्होंने अलीगढ मुस्लिम कॉलेज से अदीब ए आलिम ,फ़ाज़िल के इम्तहान पास किये थे ।  शहर में सिर्फ दो ही स्कुल थे एक मुस्लिम हाली स्कूल व दूसरा जैन हाई स्कूल ।वे जैन स्कूल में ही पढ़े व  वहीँ सन् 1928 -48 तक उपरोक्त विषयो के टीचर रहे पर  थे महात्म...

मजबूती का नाम महात्मा गांधी

Image
*मजबूती का नाम महात्मा गांधी* *Innervoice* *Nityanootan Broadcast Service* कल बड़े पर्दे पर गांधी फ़िल्म देखने का मौका मिला । बहुत ही बेहतरीन पटकथा ,सुव्यवस्थित, ज्ञान एवम मनोरंजन से परिपूर्ण मूवी । हर कलाकार ने अपना किरदार बहुत ही खूबसूरत ढंग से निभाया है । आज के परिपेक्ष में यह फ़िल्म न केवल उपयोगी है परन्तु प्रासंगिक भी है । इस देश ने बापू को बहुत सम्मान दिया है । राष्ट्रपिता का दर्जा दिया है । दिल्ली राजघाट उनकी समाधि पर हर कोई विदेशी राजनयिक व पर्यटक जो भारत आता है ,वहाँ जाकर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है । हर स्कूल-कॉलेज ,न्यायालय तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर उनके चित्र दृष्टिगोचर होते है ।  भारतीय मुद्रा पर भी उनका चित्र प्रकाशित किया है । इस देश मे देवालयों में भगवान की मूर्ति स्थापना के अतिरिक्त यदि किसी एक व्यक्ति की कोई प्रतिमा है तो वह गांधी की ही है । भारत में तो एक राज्य की राजधानी का नाम ही उनके नाम पर *गांधीनगर* है । मोहल्लों ,बस्तियों और अन्य संस्थानों के उनपर नाम तो अगणित है । एक राजनीतिक पार्टी तो चलती ही *गांधी* के नाम पर है तो दूसरी ओर एक संगठन जो स्...

संविधान की पाठशाला

Image
* माता सीता रानी सेवा संस्था द्वारा  संचालित  निर्मला देशपांडे स्थित हाली अपना स्कूल में गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक बृहद कार्यक्रम का आयोजन *संविधान का पाठ कार्यशाला*' *आयोजित किया गया।इस अवसर पर पर अपने विचार प्रकट करते हुए संस्थान के अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध उद्योगपति श्री ओमप्रकाश माटा ने कहा कि भारतीय संविधान देश के सभी नागरिकों को समता, बंधुत्व एवं लोकतंत्र का संदेश देता है। यह हमें अधिकार देता है कि संविधान के सम्मुख सभी नागरिक चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्र एवं लिंग के हो, इस देश में बराबर के अधिकारी हैं*। *बाबा साहब अंबेडकर के नेतृत्व में बनाया यह संविधान भारत की स्वतंत्रता जो महात्मा गांधी, सरदार भगत सिंह एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे क्रांतिकारियों के नेतृत्व में जनता ने लड़ी, यह संविधान उसकी अभिव्यक्ति है। आज के दिन हमारे बुजुर्गों ने इस संविधान के अनुरूप इस देश को चलाने का संकल्प लिया था। संविधान की प्रस्तावना में प्रथम शब्द में ही समस्त भारत के नागरिकों को संगठित होने का आह्वान किया है। भारत के संविधान को बचाने की जिम्मेदारी हम सब नागरिकों की है, जो ह...