यू आर आई का बनारस राष्ट्रीय सम्मेलन
*यू आर आई का राष्ट्रीय अधिवेशन*
*Nityanootan Broadcast service*
यूनाइटेड रेलेजियेन्स इनिसिएटिव (संयुक्त धर्म पहल) के 22से 24 नवम्बर तक बनारस में चले तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में निर्मला देशपांडे संस्थान के प्रतिनिधि के रूप में भाग लेने का अवसर मिला । इसमे पूरे देश के लगभग हर क्षेत्र से शामिल प्रतिनिधियों के अतिरिक्त नेपाल, श्रीलंका ,बांग्लादेश के सदस्य भी शामिल थे । अधिवेशन के लिये भारत की पौराणिक सांस्कृतिक नगरी वाराणसी का चयन निश्चित रूप से प्रशंसनीय रहा । यह नगरी धर्म नगरी तो है ही उसके साथ-२ सर्वधर्म समभाव व समाज सुधारकों की कर्मभूमि भी है जिन्होंने यहीं रह कर पाखण्ड व अंधविश्वास को चुनौती देकर धर्म के उदार स्वरूप को रखा था । संगीत ,कला व दस्तकारी को एक नए रूप में यहाँ के सिद्धहस्त कलाकारों ने निरूपित किया है ।
यू आर आई एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी 108 देशों में इकाइयां है । खुद भारत मे भी लगभग 1100 से अधिक इसकी शाखाये है जिसे कॉर्पोरेट सर्किल के नाम से जाना जाता है । इसकी प्रस्तावना में उन सभी लोगो को समायोजित कर आह्वान किया गया है कि हिंसा , भेदभाव व वैमनस्य को अहिंसात्मक शांति पूर्ण से समाप्त कर एक समतापूर्ण ,भेदभावरहित , परस्पर मैत्री पर आधारित समाज व विश्व का निर्माण किया जाए ।
तीन दिवसीय इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व के सदस्य श्री विक्टर व श्री मूसे , राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर श्री विश्वदेव चक्रवर्ती के व्याख्यान बहुत ही स्पष्ट व उत्साहवर्धक रहे । इसके अतिरिक्त अनेक प्रासंगिक विषयो पर सभी प्रतिनिधियों की भागीदारी शांति व भाईचारे के इस आंदोलन में उनकी सक्रियता की परिचायक रही । महात्मा गांधी , मार्टिन लूथर किंग जूनियर व मदर टेरेसा को अपना आदर्श मानने वाला यह आंदोलन विषमताओं से भरे वर्तमान समाज में एक आशा की किरण है । क्षेत्रीय कोऑर्डिनेटर सुभी धूपर व उनकी पूरी युवा टीम इस सफल आयोजन के लिये बधाई की पात्र है ।
राम मोहन राय
बनारस/ वाराणसी/ काशी
24.11.2019
*Nityanootan Broadcast service*
यूनाइटेड रेलेजियेन्स इनिसिएटिव (संयुक्त धर्म पहल) के 22से 24 नवम्बर तक बनारस में चले तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में निर्मला देशपांडे संस्थान के प्रतिनिधि के रूप में भाग लेने का अवसर मिला । इसमे पूरे देश के लगभग हर क्षेत्र से शामिल प्रतिनिधियों के अतिरिक्त नेपाल, श्रीलंका ,बांग्लादेश के सदस्य भी शामिल थे । अधिवेशन के लिये भारत की पौराणिक सांस्कृतिक नगरी वाराणसी का चयन निश्चित रूप से प्रशंसनीय रहा । यह नगरी धर्म नगरी तो है ही उसके साथ-२ सर्वधर्म समभाव व समाज सुधारकों की कर्मभूमि भी है जिन्होंने यहीं रह कर पाखण्ड व अंधविश्वास को चुनौती देकर धर्म के उदार स्वरूप को रखा था । संगीत ,कला व दस्तकारी को एक नए रूप में यहाँ के सिद्धहस्त कलाकारों ने निरूपित किया है ।
यू आर आई एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी 108 देशों में इकाइयां है । खुद भारत मे भी लगभग 1100 से अधिक इसकी शाखाये है जिसे कॉर्पोरेट सर्किल के नाम से जाना जाता है । इसकी प्रस्तावना में उन सभी लोगो को समायोजित कर आह्वान किया गया है कि हिंसा , भेदभाव व वैमनस्य को अहिंसात्मक शांति पूर्ण से समाप्त कर एक समतापूर्ण ,भेदभावरहित , परस्पर मैत्री पर आधारित समाज व विश्व का निर्माण किया जाए ।
तीन दिवसीय इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व के सदस्य श्री विक्टर व श्री मूसे , राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर श्री विश्वदेव चक्रवर्ती के व्याख्यान बहुत ही स्पष्ट व उत्साहवर्धक रहे । इसके अतिरिक्त अनेक प्रासंगिक विषयो पर सभी प्रतिनिधियों की भागीदारी शांति व भाईचारे के इस आंदोलन में उनकी सक्रियता की परिचायक रही । महात्मा गांधी , मार्टिन लूथर किंग जूनियर व मदर टेरेसा को अपना आदर्श मानने वाला यह आंदोलन विषमताओं से भरे वर्तमान समाज में एक आशा की किरण है । क्षेत्रीय कोऑर्डिनेटर सुभी धूपर व उनकी पूरी युवा टीम इस सफल आयोजन के लिये बधाई की पात्र है ।
राम मोहन राय
बनारस/ वाराणसी/ काशी
24.11.2019
Very well described.. You deserve kudos for this.👌👌🙏
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