प्रातः स्मरामि

*
प्रातः स्मरामि*:
  *मुसलमान कुरान शरीफ को आसमानी किताब मानते है यानी यह खुदा द्वारा हज़रत मुहम्मद साहब में नाज़िल हुई* ( अवतरित हुई )  *जैसे कि हिंदुओं का मानना है कि वेद अपौरुषेय है अर्थात ईश्वर प्रदत्त है तथा यह ऋषियो में परमात्मा द्वारा अवतरित किये गए* ।
     *कुरान शरीफ में 30 खण्ड है जिसके 144 भाग है तथा इसमें 6,326 आयते है जिसमे उस परमपिता परमात्मा (अल्लाह) का गुणगान है* ।
    *मस्ज़िद में पांच बार की नमाज़ से पहले मौलवी आजान (आह्वान) देता है* ।
1. *अल्लाह हू अकबर: परमात्मा सबसे बड़ा है* (4 बार)
2. *अशदू अन लैला ही इल्लाह: मैं गवाही देता हूं कि अल्लाह के बिना कोई माबूद नही है* (2 बार)
3. *अशहादु एना मोहम्मद रसूल अल्लाह: मैं गवाही देता हूं कि मोहम्मद अल्लाह के रसूल है* (2 बार)
4.*हैया लास सलाह:आओ नमाज की तरफ*(2 बार)
5. *हैयालाल फलाह: आओ कामयाबी की तरफ*( 2 बार)
6. *अल्लाह हू अकबर:  परमात्मा सबसे बड़ा है* (2 बार)
7. *ला इला हा इलल्लाहः अल्लाह के सिवाय कोई भी इबादत के लायक नही* ।
      *संत विनोबा भावे ने कुरान शरीफ पर एक लघु पुस्तिका *कुरान सार* *लिखी है जिसमे कुल 1065 आयते चुन -२ कर रखी है । जो न केवल पठनीय है अपितु अनेक भ्रांतियों का भी निवारण करती है* ।
 *इहदि न स सिरात ल मुस्तकीम*
*हे प्रभु ,हमे सीधी राह दिखा*।

*राम मोहन राय*
07.12.2019
पानीपत

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

Justice Vijender Jain, as I know

Aaghaz e Dosti yatra - 2024

मुजीब, गांधी और टैगोर पर हमले किस के निशाने पर