Hali Apna School /26.11.2020


 *असतो मा सदगमय*

         पानीपत में बाल श्रमिक एवं निराश्रित बच्चों के लिए चल रहे हाली अपना स्कूल में यद्यपि नियमित कक्षाएं दिनांक 22 मार्च 2020 से लगनी बंद हो गई थी। परंतु स्कूल प्रबंधन लगातार बच्चों के संपर्क में रहा।लॉकडाउन के 6 महीने के बाद तक तो उन बच्चों के लगभग 125 परिवारों को चयनित किया गया ,जिन्हें लगातार सूखा राशन दिया गया  ताकि वे अपने और अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।

     कारखाने बंद हो गए थे और अतिथि मजदूर अपने परिवारों सहित अपने पैतृक गांव को निकल चुके थे। इसके बावजूद भी निर्मला देशपांडे संस्थान में चल रहे हाली अपना स्कूल में पढ़ रहे लगभग 70% बच्चों के परिवार पानीपत में इस आशा के साथ टिके थे कि शीघ्र ही स्थिति सामान्य होने पर भी वे अपने कामकाज में जुट जाएंगे।

      धंधे में लगातार कमी एवं मंदी के कारण मजदूर परिवारों की आर्थिक स्थिति लगातार डावांडोल होने लगी, जिससे इन छात्रों ने, जिन्होंने स्कूल प्रबंधन के प्रयासों से बाल श्रमिक के काम को छोड़कर शिक्षा प्राप्ति के लिए स्कूल आना शुरू किया था, ने दोबारा कारखानों में छोटा-मोटा काम करना शुरू कर दिया। पर इन तमाम बच्चों की तरफ से ऐसी सूचनाएं आ रही थीं कि बेशक वे काम पर लग गए हैं, परंतु अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं।

          स्कूल प्रबंधन की भी आर्थिक स्थिति इस प्रकार की नहीं रही कि बच्चों की सहायता कर सकें। स्थानीय स्तर पर आर्थिक सहयोग के स्रोत लगभग बंद हो गए थे।   

        स्कूल प्रबंधक ने इसी दौरान वैकल्पिक शिक्षा का प्रयोग करने की तरफ कदम बढ़ाया और निश्चय किया कि अब रोजगार के साथ-साथ बच्चों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय के सानिध्य में उनकी आयु के अनुसार कक्षा में प्रवेश करवा कर शिक्षा प्रदान की जाए।

     आज इसी सिलसिले में बच्चों के घरों पर स्कूल प्रबंधन की ओर से राम मोहन राय, पायल एवं रीना ने  दस्तक दी । वे स्कूल में पढ़ रही लड़कियों से मिले और पाया कि 8× 8 फुट के छोटे-छोटे कमरों में रहना उनके लिए नारकीय बना हुआ है और स्कूल में अथवा किसी खुले स्थान पर उन्हें लाना ही उन्हें अवसाद से बचा सकता है।

        हमने उन बेटियों को आश्वासन दिया कि प्रबंधन लगातार उनके संपर्क में रहेगा और पढ़ाई के साथ-साथ सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटीशियन एवं अन्य काम की ट्रेनिंग देने का इंतजाम करेगा। बेटियां इस बात को सुनकर खुश हुई और उन्हें हमारी इन बातों में आशा की किरण दिखाई दी। हम उम्मीद करते हैं कि हम सब मिलकर उन्हें इस स्थिति से  उबारने में सफल होंगे।

       उन्हें हमसे उम्मीद है और हम उस पर खरे उतरे, ऐसी परमात्मा से प्रार्थना करते हैं।

राम मोहन राय,

पानीपत /26.11.2020

(Nityanootan Varta Broadcast)

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