Long live Sunder Lal Bahuguna






 बड़े लोग बड़े ही होते है । 

     और वे वे नही जिनके पास अत्यंत धन संपदा हो बल्कि जिनके पास महान विचार व व्यवहार हो ।

     पर्यावरण विद श्री सुन्दर लाल जी बहुगुणा व उनकी पत्नी श्रीमती विमला जी से गत अक्टूबर में उनके निवास देहरादून  में मिला था । तब से माता जी के विशेष स्नेह प्राप्त करने का सौभाग्य मिल रहा है । चाहे दीवाली हो या नववर्ष  वे अपने आशीर्वचन से हमे अभिभूत करती है । ऐसा करते वे मेरे पुत्र उत्कर्ष को कभी नही भूलती । मानों हम उनके ही पुत्र, पुत्रवधू व पौत्र हो । हमारे जैसे सौभाग्यशाली असंख्य लोग होंगे जिन्हें उनकी कृपा मिलती होगी व वे सभी स्वयं को उनके निकटतम महसूस करते होंगे ।

      कुछ दिन पहले ही पिता जी (श्री सुन्दर लाल जी बहुगुणा)  अस्वस्थ होने के कारण अस्पताल में भर्ती है । उनके पत्रकार सुपुत्र श्री राजीव नयन बहुगुणा से मैं मैसेंजर चैट पर उनका हाल पूछता ही रहता हूँ । इसके बावजूद भी माता जी से भी फोन मिला लेता हूँ । आज दिन में ऐसा ही किया पर शायद वे व्यस्त थी । पर अभी उनकी रिटर्न कॉल आयी तथा उन्होंने बहुत ही स्थिर मन से पिता जी की तबियत के बारे में बताया कि बहुत कम ही सुधार हुआ है । उन्होंने इस दौरान भी मेरी पत्नी व पुत्र का नाम लेकर उनकी कुशलक्षेमता की जानकारी ली । ऐसे समय मे जब पति अस्पताल में दाखिल है फिर भी दूसरे की ही चिंता करना ,कोई साधारण व्यक्ति नही कर सकता।

   सचमुच बड़े लोग बड़े ही होते है और वे लोग धन्य है जिन्हें बहुगुणा दम्पत्ति का स्नेह मिलता है ।

     राम मोहन राय

पानीपत(12.05.2021)

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