स्वतंत्रता के अमृतमहोत्सव पर शहीद भगत सिंह का 114 वां जन्मदिन समारोह
गांधी ग्लोबल फैमिली के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री ग़ुलाम नबी आज़ाद ने स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ वर्ष में शहीद भगत सिंह के 114 वें जन्मदिन पर इप्टा द्वारा मसूरी (उत्तराखंड) में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया । इस समारोह में गांधी ग्लोबल फैमिली द्वारा राजघाट, दिल्ली से देश के विभिन्न प्रान्तों के 42 प्रतिनिधियों के दल ने भी भाग लाया । अपने उदबोधन में श्री ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि शहीद भगत सिंह की बेशक विचारधारा व आज़ादी को प्राप्त करने का ढंग बेशक अलग था परन्तु वे भविष्य का भारत कैसा होगा इस बारे में पूरी तरह प्रतिबद्ध थे । उनके सभी साथी 20-24 वर्ष के थे परन्तु उनकी सैद्धांतिक प्रतिबद्धता असंदिग्ध थी । उन्होंने भारतीय इतिहास के संघर्षों के स्वर्णिम पन्नो को भी रखा व सन 1857 में आखिरी मुग़ल बादशाह बहादुर शाह ज़फर के संघर्ष व ऐतिहासिक बलिदान करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना महात्मा गांधीप का आगमन ,असहयोग आंदोलन ,चोरा-चोरी कांड , राम प्रशाद बिस्मिल , अशफाक उल्ला , राजेन्द्र लाहिरी व ठाकुर रोशन सिंह के अमर बलिदान तथा भगत सिंह तथा उनके साथियों के शहादत के इतिहास की