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मैं जन्म से ही आर्य समाजी परिवार से हूं यानी एक मूर्तिपूजक विरोधी हिन्दू ।परन्तु अपनी दृढ़ धार्मिक आस्था के बावजूद भी मैने कभी भी किसी अन्य धर्म स्थल पर जाने में गुरेज नही किया । मैने अपने नियमो का पालन करते हुए भूल से भी किसी अन्य धर्म की पद्धति ,कर्मकांड व परम्परा का मज़ाक नही किया ।
आदरणीय सुब्बाराव जी सर्वधर्म आस्था के सर्वोत्तम प्रतीक थे पर वे थे कट्टर सनातनी हिन्दू । उनकी मृत्यु के पश्चात हिन्दू तौर तरीके से ही उनकी अंत्येष्टि की गईं तथा अंत मे हरिद्वार -ऋषिकेश में अंतिम अवशेषों को गंगा में विसर्जित करने का दायित्व हमने संभाला । यह बड़ी मुश्किल घड़ी थी । मेरी आस्था मूर्तिपूजक नही है पर दायित्व पौराणिक था इसके बावजूद भी इस कर्मकांड को हमने अपने साथियों के साथ निभाया । इस यात्रा में हमारा एक युवा मित्र भी साथ रहा और उसका नाम था मुबशशिर खान ।
मुबशशिर ज़िला शामली के गढ़ी अब्दुल्ला का युवक है । तीन दिन में हम सभी उसके व्यवहार व क्रियाकलाप से प्रभावित रहे । अत्यंत सहयोगी व मृदुभाषी । हम जब धार्मिक अनुष्ठान में लगते तो वह भी बेशक हमारे साथ रहता परन्तु कभी भी अपनी इस्लामिक आस्था से समझौता नही किया । पांचों बार का नमाज़ी व किसी भी गलत खान-पान से बहुत दूर । इस्लाम के बारे में उसकी सोच व समझ कमाल की रही । हम स्वयं भी उसकी कई बातों से प्रभावित हुए बिना नही रह सके ।
इस्लाम के बारे में किसी भी संकीर्ण सोच पर से पर्दा हटाने का सबसे बड़ा एक जबरदस्त यंत्र मुबशशिर से अच्छा कोई नही हो सकता ।
सम्भवतः ऐसे ही मुस्लिम युवाओं के बारे में महाकवि भारतेंदु हरिश्चंद्र ने कहा था "ऐसे मुसलमान हरिजनन पर कोटिक हिन्दू वारिये" ।
राम मोहन राय
29.12.2021
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हमारी रीमा*
जसिंता रीमा बरुआ एक ऐसी महिला का नाम है जिस पर बिला किसी शक सुबहा के यकीन किया जा सकता है । स्वभाव में बहुत ही चुलबुली परन्तु व्यवहार में अत्यंत ही संजीदा ।
जसिंता एक क्रिश्चियन युवती है जिसने एक बौद्ध से विवाह किया । उनके दो बच्चे है और एक माता जी । मैं अपने अनुभवों के आधार पर कह सकता हूँ कि अपनी माँ की प्रतिमूर्ति वह है और उसकी छाया उनकी दोनों संतान ।
ऋषिकेश यात्रा के सफल आयोजन का समूचा श्रेय यदि किसी एक को दिया जाए तो वह रीमा है । उनका प्रबंधन , हर किसी के प्रति स्नेह व रख रखाव उनकी जीवन की विशेषता व उपलब्धि है जिसे नई पीढ़ी को सीखने की बहुत जरूरत है ।
प्रभु येसु की सत्य,प्रेम और करुणा उसमें झलकती है । हम उनके सेवामय व सुखमय जीवन की कामना करते है ।
राम मोहन राय
29.12.2021
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सपना सिर्फ स्वप्न नही ,एक यथार्थ है* !
अक्सर लोग कहते है कि सपने कभी सच नही होते पर वह सपना क्या जो सच नही किया जा सकता ।
हमारी साथी सपना अग्रवाल बेशक हमसे पहली बार मिली थी पर ऐसा लगा ही नही की वह हमारी अपरिचित है । एक बेहद ही आकर्षक व्यक्तित्व और साथ -२ स्नेह ,वात्सल्य व करुणा से भरा रूप । कोई भी इन्हें अपनी माँ, बहन व बेटी के रूप में पाकर अवश्य ही धन्य होगा ।
सपना का व्यवहार सभी के प्रति अपनत्व भरा था । वह अक्सर चुप रहती परन्तु अंदर से सदा जागरूक व जीवित । उनकी इसी जिंदादिली ने यात्रा को चार चांद लगा दिए ।
सपना सर्वगुण सम्पन्न है । हम सभी को इन गुणों का सानिध्य मिले ,ऐसी कामना करनी चाहिए ।
हम जसिंता के हार्दिक आभारी है कि उन्होंने इस बेहद प्रभु कृपा पाए लड़की से मिलने का सुअवसर जुटाया ।
हम सब के समस्त आशीर्वाद व शुभकामनाएं उनके साथ है । वे अपने जीवन की हर ऊंचाइयों को हासिल करें ऐसी हम सब की भावना है ।
जीवेम शरदः शतम ।
राम मोहन राय
29.12.2021
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बेटी दिव्या-,जुग जुग जिये* ।
दिव्या त्यागी हमारी इस यात्रा की धुरी रही । एक अत्यंत अनुशासन प्रिय व गम्भीर महिला । उन्हें कोई कठोर प्रशासक भी कह सकता है परन्तु वह सब सब के भले के लिए । मैं उसे बेटी कहता हूं और वह मुझे बाऊ जी । पर उनका व्यवहार किसी माँ से कम नही है ।
वे माता पिता धन्य है जो अपनी संतान को उत्तम से उत्तम शिक्षा प्रदान करते है । दिव्या ऐसे ही एक व्यक्ति की लाइफ पार्टनर है जो मिल कर इस कथन को सत्य कर रहे है । बापू ने भी यही कहा है कि संस्कारवान परिवार जैसा कोई विद्यालय नही और चरित्रवान माता पिता जैसे कोई शिक्षक नही। दिव्या व उनका घर इस कथन का पूरक है ।
यात्रा में हम सब का पूरा।ख्याल रखने के लिए दिव्या को बेहद प्यार व आशीर्वाद ।
*कुर्वनहेव कर्माणि जिजीविछेत सम:*
संसार मे सतकर्म करते हुए सौ वर्ष तक जीवन जीने की कामना करें ।
राम मोहन राय
29,12,.2021
*रीता रिक्त नही सम्पूर्ण है*
रीता धर्मरीत एक कार्यकर्ता के ही उत्तम गुण नही अपितु सफल नेतृत्व के भी अद्भुत योगयता है । वह एक अच्छी मित्र है तथा अत्यंत सहज व सरल है ।
योग के प्रति उनकी निष्ठा व समर्पण एक नए आयाम स्थापित करेगा ,ऐसा हमारा विश्वास है । वह अभाव के वैभव में भी अनुकरणीय कार्य करना जानती है । सेवा उनके स्वभाव में है ।
यात्रा में प्रसन्नता व चेतनता का हरदम संचार उन्ही का पराक्रम है ।
आप आगे बढ़े हम सब आपके साथ है ।
राम मोहन राय
29,.12.2021
हमे गर्व है कि आप सब जैसे विश्वसनीय व प्यारे मित्र ,साथी व बच्चे मिले ।
आज मुबशशिर के परिवार से भी मिले । उनके माता पिता ,पत्नी व बच्चे सचमुच बहुत ही प्यारे व innocent है । यह लड़का बेहद संजीदा है । आप सब इसे अपनी दुआए दे ।🙏
कृष्णा कांता जी तो वह ही है जो मैं हूं और मैं वही जो वे । पता नही आपको कैसे लगे पर हम दोनों एक दूसरे से पूर्ण संतुष्ट है । राम+मोहन (कृष्णा)
*राम मोहन राय सर- एक सर्वरूपी इंसान*
*Dada really u r a great person.*
हमें आप जैसे गुरु मिले जो पित्ररूपी, दोस्तरूपी, भाईरूपी, उस्तादरूपी है जिसको एक शब्द में बोला जाये तो आप *सर्वरूपी* हो। जहाँ आज की दुनिया में लोग केवल अपने और अपने परिवार के बारे में सोचता है और इस दुनिया में आप जैसा ग्रेट इंसान मैंने आज तक अपनी लाइफ़ में नही देखा जो हमेशा दूसरों के लिए जीता हो, जो हर समय ये सोचता हो कि दूसरे को कोई बात फ़ील ना हो जाये, जो हर समय दूसरों को स्पेशल फ़ील कराने में लगा हो। वाक़ई में दादा आप बहुत स्पेशल इंसान हो हम सबके लिये। मेरा जितना समय आपके साथ गुज़रता है वो मेरे लिये हमेशा स्पेशल होता है और उसमें मैं आपसे हमेशा कुछ ना कुछ सीखता हूँ और आपकी साथ में हमेशा समय गुज़ारना चाहता हूँ।
*मुबश्शिर ख़ान ब्लौच*
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