My Jammu Tour 2019
गांधी ग्लोबल फैमिली के उपाध्यक्ष पदमश्री डॉ एस पी वर्मा जी के आग्रह पर मुझे ,बा- बापू 150 की तैयारियों को सीखने -समझने के लिये दो दिन दि0 22-23 जनवरी ,2019 को जम्मू जाने का अवसर मिला । इन दोनों दिन बेशक मुझे जम्मू में ही ठहरने थे, परन्तु यह श्री वर्मा जी के प्रबंधन का ही कमाल था कि इस दौरान पूरी रियासत के हर हिस्से से, गांधी ग्लोबल फैमिली के कार्यकर्ता व विभिन्न संगठनों के अग्रणी लोग मुझे मिलने आये । जब मैं अल सुबह जम्मू पहुंचा तो बेहद बारिश हो रही थी और यहाँ पहुचते ही मोबाइल के प्रीपेड होने की वजह से उसने काम करना बंद कर दिया था पर इसके बावजूद भी हमारे मेजबान अनेक साथियों के साथ हमे लिवाने के लिये आये । हमारा ठिकाना उनका कच्ची छोनी में वही पुराना घर था जो विगत 30 वर्षों से अधिक अरसे से देश भर से आये कार्यकर्ताओं का ठिकाना रहा है । मेरी पुरानी यादें तरो -ताजा हो गयी जब हम इसी घर मे स्व0 दीदी निर्मला देशपाण्डे जी के साथ एक गांधी शांति मिशन में कश्मीर जाने के लिये आये थे । आंखों के सामने वह मंजर भी ताजा हो गया जब स्व0 दीदी के आह्वान पर पूरे देश से पांच हजार रचनात्मक कार्यकर्ता जम्मू आये थे । तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री इंद्र कुमार गुजराल सहित अनेक राजनेता ,राजनयिक व सामाजिक व फिल्मी हस्तियां भी उनमें शामिल थी ,परन्तु उस पूरे सम्मेलन को इसी घर से व्यवस्था दी जा रही थी ।इसके बाद पुनः स्व0 दीदी , डॉ मोहिनी गिरि , डॉ सईदा हमीद ,स्वामी अग्निवेश के साथ, यहीं आये और यही की मेहमाननवाज़ी लेकर श्रीनगर रवाना हुए । यही वह स्थान रहा जो *वीमेन इनिसिएटिव फ़ॉर पीस इन साउथ एशिया* व *गांधी ग्लोबल फैमिली* जैसे संगठनों की निर्माण स्थली रहा । इसके बाद तो यह घर पूरे जम्मू -कश्मीर रियासत में शांति- सद्भावना का केंद्र बन कर उभरा है । बेशक इसके मालिक डॉ एस पी वर्मा होंगे पर इसे स्नेह व वात्सल्य से भरने का काम उनकी पत्नी *श्रीमती तृप्ता वर्मा* कर रही है । जम्मू - कश्मीर में शेर ए कश्मीर जनाब शेख अब्दुल्ला की पत्नी को सभी लोग आदर से *मादरे मेहरबान* कह कर सम्बोधित करते है पर इस घर को चलाने वाली महिला को यदि **सिस्टरे मेहरबान* कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी । हमे खुशी है कि इन दो दिन हम इसी घर मे रहे ।
हमारे पास समय कुल दो दिन का रहा परन्तु इस समय को *कुजे में समन्दर* की तरह इस ढंग से व्यवस्थित किया गया था कि कब वापिसी का समय हो गया पता ही नही चला । सुबह ग्यारह बजे एक बैठक *चैम्बर ऑफ कॉमर्स,जम्मू* के पदाधिकारियो के साथ रखी थी जिसमे अन्य सम्मानित लोगो के अतिरिक्त किसान व सहकारी आंदोलन से जोड़े नेतृत्व को भी शामिल किया गया । बैठक के विषय रहे *रियासत में शांति,युवाओं को रोजगार ,पर्यावरण संरक्षण , सामाजिक कुरीतियों का निवारण* । इसका केंद्र बिंदु था *गांधी विचार व दर्शन* । चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री राकेश गुप्ता , किसान नेता महंत राजेश बिट्टू , सेवा निवृत्त प्रशासनिक अधिकारी श्री फारुख रिंजु , सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल नजर , एन आर आई जसविंदर सिंह कुक्कू व अन्यो ने इन सभी समस्याओं के निवारण में गांधी ग्लोबल फैमिली की हर पहल में सहयोग का आश्वाशन दिया । बड़े खुशी की बात है कि अगले कुछ दिनों में ही श्री राकेश गुप्ता ,जॉइंट चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष का पदभार संभालने जा रहे है यानी पूरे जम्मू ,कश्मीर ,लदाख व पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का भी । यहीं हमने पाया कि कितना भी कर ले परन्तु दोस्ती अपनी जगह बना ही लेती है । हमने भी इसे स्थान को उपयुक्त पाया कि यही *आग़ाज़ ए दोस्ती* द्वारा प्रकाशित पीस कैलेंडर का विमोचन करवाया जाए ।
इस बैठक के बाद नाना जी देशमुख लायब्रेरी एंड डॉक्यूमेंटेशन डिपार्टमेंट जो कि बीजेपी का एक विंग है के नेतृत्व से बातचीत हुई । जम्मू में *प्रजा परिषद* के इतिहास को लिपिबद्ध करने का काम इस विंग के कोऑर्डिनेटर श्री कुलभूषण महोत्रा ने किया है । परिषद के कार्यो की जानकारी उन्होंने व उनके साथी श्री रमन सूरी , श्री जी एम सोफी के माध्यम से मिली । सबसे अच्छा यह लगा कि विचारिक भिन्नता के बावजूद भी गांधी ग्लोबल फैमिली व उसके अध्यक्ष श्री ग़ुलाम नबी आज़ाद के प्रति उनमें सद्भावना व सम्मान है तथा वे सभी श्री आज़ाद को एक राजनेता से पहले एक गांधीवादी कार्यकर्ता के रूप में लेते है ।
सांयकालीन बैठक , कल्चरल सेन्टर में ,30 जनवरी को महात्मा गांधी जी की शहादत पर मुबारक मंडी ,जम्मू में होने वाले एक कार्यक्रम की तैयारी समिति की रही जिसमे सेंटर के निदेशक स0 अमन सहित अनेक लोगों से मिलने का अवसर मिला । यह जान कर बेहद प्रसन्नता हुई कि इस कार्यक्रम में पूरे नगर से लगभग 10 हजार से भी ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे । इसकी खासियत यह भी होगी कि जहां इसमे सर्वधर्म प्रार्थना होगी वहीं *जम्मू -कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में बोली जाने वाली तेरह बोलियों में गांधी विचार का पाठ होगा* । यह समारोह जन सहयोग से ही होगा इसमे गुरुद्वारा ,चर्च ,मंदिर व अन्यों सभी धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । तैयारी समिति के अध्यक्ष स0 रविन्द्र सिंह ,उपाध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जावेद राही व सचिव श्री रोबिन गिल आदि है जबकि इन्हें संरक्षण देने का अद्भुत काम श्री एस पी वर्मा ही कर रहे है । रात को डिनर ,जम्मू के पत्रकार साथियों के साथ *प्रेस क्लब ऑफ जम्मू* में रहा जहाँ पाया कि उनमें गांधी ग्लोबल फैमिली के कार्यो की न केवल जानकारी है वहीं उसे उनका समर्थन भी है ।अगले दिन प्रातः ही श्री नगर कश्मीर से हमारे पुराने साथी श्री सन्नाउल्ला तमीरी , अब्दुल मजीद बिचु, बडिपोरा से रियाज़ अहमद सलेह, बारामुला से अज़हर अफ़ज़ल , कुपवाड़ा से आबिदा वार, बडगांव से जमील मसूदी , स0 दुपेन्द्र सिंह मिलने आये जिनके साथ मिल कर हम सभी लोग *लॉरेंस पब्लिक स्कूल* में गए जहां विद्यार्थियों की ड्राइंग प्रतियोगिता *महात्मा गांधी- मेरी नज़र में* को देखने का अवसर मिला । कक्षा पांच से नोवी तक के छात्रों ने *बापू* के जीवन ,विचार एवम दर्शन को लेकर इतनी सुंदर चित्र बनाये थे जिन्हें देख कर विस्मय होता था । मेरा मानना है कि ऐसे सुंदर चित्रण तभी हो सकता है जब चित्रकार को *गांधी विचार* की जानकारी हो । स्कूल की मुख्याध्यापिका श्रीमती शिवानी जोशी से जानकारी मिली कि यह संस्थान ,गांधी ग्लोबल फैमिली के कार्यो से लगातार जुड़ा हुआ है तथा यहाँ पढ़ रहे लगभग एक हजार बच्चों ने महात्मा गांधी की जीवनी * *सत्य के प्रयोग* को पढ़ा है । उत्कृष्ट तीन प्रतियोगियों को पुरस्कृत करने के बाद हम सभी लोग गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज की तरफ रवाना हुए जहाँ , *बा - बापू 150* विषय पर एक स्मारक व्याख्यान रखा गया है । मुझे गौरव है कि इस व्याख्यान में ,मैंने पूज्य महात्मा गांधी के साथ-२ ,उनकी स्वनाम धन्या पत्नी श्रीमति कस्तूरबा के जीवन- दर्शन को रखा । कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ हेलम अग्रवाल , उनके सहयोगी डॉ तब्बसुम, डॉ आनंद , प्रो0 दिव्या महाजन के प्रयासों से इसकी पहल की गई है । यह जान कर प्रसन्नता हुई कि 30 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में इस कॉलेज की कुल सात हजार बालिकाओं में से लगभग एक हजार छात्राएं भाग लेंगी । कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ हेलम अग्रवाल ,गांधी ग्लोबल फैमिली (जम्मू कश्मीर) की सलाहकार परिषद की सदस्य हैं वही प्रो0 आनंद ,प्रारंभ से ही स्व0 निर्मला दीदी के जीवनकाल में ही उनके कार्यो से जुड़ गए थे । प्रो0 दिव्या भी फैमिली की युवा इकाई की सक्रिय सदस्या है । इन सब को देख कर अहसास हुआ कि किस तरह गांधी ग्लोबल फैमिली का जमीनी स्तर पर काम डॉ एस पी वर्मा ने जोड़ा है जो हम सभी के लिये न केवल प्रेरणादायक है वहीं अनुकरणीय भी है ।
घड़ी की सुई रूक नही रही थी , जम्मू से रुखसती का वक्त नजदीक आ रहा था ,पर यह कैसे हो सकता था कि हम यहाँ आये और अपनी संरक्षक साथी- बहन शकुंतला जोशी व उनके पति विंग कमांडर एम एम जोशी से बिना मिले चले आये । हमने जल्दी -२ में उनके घर जाकर उनका आशीर्वाद लिया व भरी आंखों से विदाई लेकर अपने घर की राह पकड़ी ।
गांधी ग्लोबल फैमिली ( जम्मू कश्मीर) का परिचय व विस्तार अब न केवल एक संगठन के रूप में है बल्कि एक जन आंदोलन के रूप में है । यहीं से इसने ऊंचाईयों को छुआ है और यही के कार्यो से अब न केवल भारत के हर प्रान्त में इसकी इकाईयां है वही दुनियां के पचास देशों में इसके चैप्टर है । संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी इसके कार्यो को सम्मान देकर, उसे अपने सहयोगी संगठन के रूप में जोड़ा है । इन तमाम कीर्तिमानों का श्रेय डॉ एस पी वर्मा व उनकी जुझारू टीम को है ।
जम्मू कश्मीर में शांति का दौर अवश्य वापिस लौटेगा और यह महात्मा गांधी की आशा की किरण के रूप में पुनर्स्थापित होगा । गणतंत्र दिवस,26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली भव्य परेड को भी इस बार बापू की आशा *रे ऑफ होप* को समर्पित किया है । कश्मीर में आना व यहाँ लोगो से मिलना ,स्व0 दीदी के कार्यो को ही आगे बढ़ाने का काम है इसलिये यह हम सब के लिये एक *प्रतिबद्धता* से कम नही है । वेद का संदेश है *चरैवेति चरैवेति* चलते रहो - चलते रहो ।
*राम मोहन राय*
(Nityanootan broadcast service)
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