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Showing posts from April, 2023

Ravinder Bajaj -my friend

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मेरा प्रिय मित्र 💐💐💐💐💐💐💐रविन्द्र कुमार बजाज , वर्ष 1971 से मेरे मित्र है । हमने एक साथ ही आर्य सीनियर सैकंडरी स्कूल ,पानीपत से हायर सेकेण्डरी पास की तथा साथ ही आर्य कॉलेज ,पानीपत से ग्रेजुएशन की । इस दौरान रविन्द्र और मेरा  साथ हमेशा बना रहा । मै कॉलेज समय से ही  विद्यार्थी राजनीति में सक्रिय रहा और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के मंच से काम करता था । रविन्द्र किसी भी राजनीति में तो नहीं रहा पर  क्योंकि मै राजनीति में था और वह मेरा एक घनिष्ठ मित्र था इसलिए वह भी स्टूडेंट्स फेडरेशन में था । मेरे साथ अनेक विद्यार्थियों के वैचारिक शिविरों में शामिल रहा । और हां  आठवीं कक्षा में   अध्ययन करते हुए जब हम सन 1972 में  तत्कालीन राष्ट्रपति श्री वी वी गिरि जी से मिलने दिल्ली गए तो हमारे समूचे यात्रा प्लान का वह ही संयोजक रहा ।    रविन्द्र ने अपनी जिम्मेवारियों को जल्द ही सम्भाल लिया था परन्तु उसके साथ दोस्ती सदा साथ रही । कारोबार के सिलसिले में वह मुंबई आ गया पर दूर रहते हुए भी हमारे सम्बन्ध सदा बरकरार रहे । इस दौरान मुझे चार - पांच बार मुंबई जाने का मौका मिला पर मेरा आकर्षण रविन्द्र को म

Exibition of Samrup Rachana of Dr Syed Mohammad Anwer(Lahore)

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An exhibition depicting Hindi and Urdu words" Samrup Rachna" was inaugurated by Mrs. Shiv Vani at Nirmala Deshpande Sansthan, Hali Apna School. Dr. Syed Mohammad Anwar, the pioneer of the exhibition, is originally from Faridabad, Haryana, but after the partition of India in 1947, his family had settled in Lahore, Pakistan, despite this, Dr. Anwar's family and social relations remained with the entire region. By cherishing this feeling, he created a similar composition exhibition in which Hindi and Urdu words have been preserved in a pictorial manner, this exhibition has already been held in Chandigarh, Delhi and other cities of India.     Presenting her views on the occasion, renowned artist Shiv Vani said that art and paintings create a feeling of mutual affection and brotherhood by crossing all the boundaries of the country and abroad. It also ends those distances which have been created geographically due to some reasons. People all over the world want

Courtesy meeting with Dr Karan Singh to pay our regards

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  भारतीय संस्कृति एवं इतिहास के पुरोधा, प्रसिद्ध विद्वान राजनेता ,राजनयिक, संस्कृत सहित अनेक भाषाओं के ज्ञाता ,कवि एवम साहित्यकार, पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा जम्मू कश्मीर के पूर्व सदर ए रियासत डाo कर्ण सिंह जी से उनके निवास पर मुलाकात की तथा गांधी ग्लोबल फैमिली के कार्यों से विस्तार, वर्तमान राजनीतिक एवम सामाजिक स्थिति,  युवाओं के भविष्य, गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम पर इन 92 वर्षीय चिरयुवा ने विस्तार से चर्चा की । उन्होंने दीदी निर्मला देशपांडे तथा प्रसिद्ध हरिजन सेवक पo चिंतामणि वाल्मिकी से भी अपने संबंधों को याद किया । गांधी जी द्वारा स्थापित आश्रमों तथा उद्योगों की भी उनकी वार्ता में रहे ।     वीणा बहन से अपनी मां बोली डोगरी में बात करके उन्हे अत्यंत प्रसन्नता हुई । दिल्ली में महिला चेतना केंद्र के ग्रामीण इलाकों में किए जा रहे कार्यों से वे अत्यंत प्रभावित हुए ।     विजेंद्र कसाना, एडवोकेट ने उन्हें देशभर में गुजर समाज की जानकारी दी जबकि प्रज्ञा नारंग ने उन्हें निर्मला देशपांडे संस्थान तथा आगाज़ ए दोस्ती के कार्यों के बारे में अवगत करवाया।      अपने संदेश में उनका कहना था कि

Azaad-an autobiography of Ghulam Nabi Azad

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Got the opportunity to participate in the release ceremony of Mr. Ghulam Nabi Azad's book "Azaad".  It was truly a historic moment.  I was enthralled by listening to the scholarly lecture of Dr. Karan Singh, former Sadar-e-Riyasat of Jammu and Kashmir, former Union Minister, diplomat, litterateur and poet Dr. Karan Singh.  Azad Saheb also kept his point without any hesitation and without hesitation.      The interesting aspect was Rajdeep Sardesai's hour-long interview with Azad Saheb.  As open and bold as the questions were, so were the answers.  In this whole conversation, there was a tableau of his political life of the last forty years.  Probably he is such a politician who has worked with ruling as well as opposition.      His book is of about 309 pages which has been presented in several chapters.  There are also many panoramic pictures in which the political, social and family life journey of Mr. Azad has been depicted.  Azad Sahab's statement m

Launch of book "Azaad"

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श्री गुलाम नबी आज़ाद की पुस्तक "आज़ाद" के विमोचन समारोह में भाग लेने का सुअवसर मिला । सचमुच ऐतिहासिक क्षण था । जम्मू कश्मीर के पूर्व सदर ए रियासत, पूर्व केंद्रीय मंत्री, राजनयिक, साहित्यकार एवम कवि डाo कर्ण सिंह के साहित्यिक शब्दावली में गूथे विद्वतापूर्ण व्याख्यान को सुन कर मन विभोर हो गया । आज़ाद साहब ने भी अपनी बात को बिना किसी लाग लपेट तथा बेबाकी से रखा ।     दिलचस्प पक्ष था राजदीप सरदेसाई का आज़ाद साहब से घंटे भर का इंटरव्यू। जितने खुले और निर्भीक सवाल थे वैसे ही जवाब भी थे । इस पूरी वार्ता में उनकी विगत चालीस वर्षों की राजनीतिक जीवन की झांकी थी । संभवत: वे एक ऐसे राजनेता हैं जिन्होंने सत्ता ,विपक्ष, दल एवम अनेक दलों के साथ काम किया है ।     उनकी किताब लगभग 309 पृष्ठों की है जिसे अनेक   चैप्टर्स में प्रस्तुत किया है । अनेक न्यानाभिराम चित्र भी है जिसमें श्री आज़ाद के राजनीतिक, सामाजिक एवम परिवारिक जीवन यात्रा को दर्शाया गया है । आज़ाद साहब का यह कथन सही हो सकता है कि यह किताब उन युवाओं के लिए मार्गदर्शिका बनेगी जो राजनीति में आना चाहते हैं ।     विमोचन समारोह

Launch of book "People Make History* 31.03.2023 at Delhi.

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  गांधी ग्लोबल फैमिली तथा Saturday Free School के संयुक्त तत्वावधान में दिल्ली के इंडिया इसलामिक सेंटर के सभागार में सर्व श्री आर्चिशमान राजू, जहान चौधरी तथा राम मोहन राय के संयुक्त संपादकत्व में प्रकाशित पुस्तक People Make History का विमोचन गांधी ग्लोबल फैमिली के अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद के द्वारा सभागार में  देशभर से आए सैंकड़ो सामाजिक एवम रचनात्मक संस्थाओं के कार्यक्रताओं तथा प्रबुद्ध व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया । इस पुस्तक का आधार गांधी ग्लोबल फैमिली के महासचिव राममोहन राय तथा उनकी पत्नी श्रीमती कृष्णा कांता की  USA की यात्रा है जिसमें उन्होंने फिलिडेल्फिया में Saturday Free School द्वारा भारत की आज़ादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने और उसमे अमेरिकन, एफ्रो अमेरिकन, चीन, कोरिया, वियतनाम और दक्षिण देशों के अनेक युवा स्कॉलर्स के व्याख्यान संजोए गए थे । कार्यक्रम के प्रारंभ में महात्मा गांधी की पौत्री तारा गांधी भट्टाचार्य तथा Saturday Free School, Philadelphia, USA के संस्थापक डाo एंथोनी मोंटेरियो द्वारा प्राप्त सं