Suhana Safar-9


 


सुहाना सफर -9

     रॉटरडम का सफर अत्यंत मनभावन रहा । दो दिन इस शहर के लिए काफी तो नही है परंतु किसी पर्यटक के लिए कम भी नहीं है ।

    हम जिस स्टेशन पर उतरे उसका नाम रॉटरडम ब्लॉक है । बाहर निकलते ही हमारी तो आंखे फटी की फटी रह गई । क्या खूबसूरत बनावट है । स्टेशन क्या यह तो बला की आर्किटेक्ट का नमूना है । इसके सामने ही क्यूब हाउसेस है यानी कि वर्गाकार आकार की डिब्बी के मकान जो इनमे रहने वालों को अंतरिक्ष यान में रहने का आभास देते है । हमारे मेज़बान बता रहे थे कि जब यहां स्नोफॉल होती है तो इस पर गिरी हुई बर्फ इसकी सुंदरता का और ज्यादा निखार देती है ।


इसके सामने ही मार्कथाल है जिसे अंग्रेज़ी में हम मार्केट हॉल कह सकते है । यह साउथ हॉलैंड का सबसे बड़ा कमर्शियल सेंटर है जहां विभिन्न देशों के व्यंजनों की सैंकड़ो दुकानें है । इंडियन फूड्स की भी बॉम्बे फूड और पंजाबी तड़का के नाम से दुकानें है । ये खाने तो हम अपने देश में खाते ही रहते है परंतु हमने यहां थाईलैंड  का खाना खाया और तुर्की की मिठाई खाई। ये सब दुकानें ग्राउंड फ्लोर पर  है । जबकि बेसमेंट पर लिकर शॉप्स है और उससे नीचे दफ्तर आदि।  इस मॉल में घुसते ही इसकी छत की रंगीन चित्रों की जगमगाहट से  दिल बाग बाग हो गया। यहां का हर क्षण ऐसा था जिसे तस्वीरों में कैद किया जा सकता है । और जितना हो सका उसे किया भी ।

      बाहर निकल कर कुछ दूरी पर ही इरासमसबर्ग (Erasmus Burg) पुल है जो केबल वायर से गूंथा है और शहर को उत्तर से दक्षिण तक जोड़ता है । लगभग एक किलोमीटर की लंबाई वाले इस पुल के बीच में कहीं भी कोई सपोर्ट नहीं है । हमने भी इस पुल को ट्राम 🚃 में बैठ कर पार किया ।

   पुल पार करने के बाद हम यूरोमास्ट पहुंचे । यह लगभग ऐसी ही लगती है जैसे हमारे यहां पीतमपुरा,दिल्ली का टावर 🗼। पर इसकी ऊंचाई लगभग 185 मीटर है । इस पर लिफ्ट से जाना होता है और यहीं से पूरे शहर को एक ही विहंगम दृष्टि से देखा जा सकता है ।

   


इसे देखने के बाद हम पार्क में पहुंचे जो नजदीक ही था । पूरे पार्क 🏞️ में सैकड़ों लोग मौजूद थे और गीत ,संगीत और नृत्य का अपने अपने तरीके से आनंद ले रहे थे ।  पूरे नीदरलैंड में पीने के लिए पानी की बॉटल को निरुत्साहित किया जाता है चूंकि उनका मानना है कि यहां का पानी ही इतना साफ एवम शुद्ध है तो इसे छोड़ कर दूसरा क्यों पिएं। पार्क में ही बहुत ही आकर्षक डिजाइन में निर्मित पत्थर के प्याऊ में मीठे पानी की टूंटिया लगी है जहां अन्य लोगों के साथ हमने भी ओख से पानी पिया ।

   



इस शहर के मध्य में एक ऐतिहासिक सैंट लॉरेंस प्रोटेस्टेंट चर्च(Saint Laurence Protestant Church) है। जिसका निर्माण सन 1525 में हुआ था । इस चर्च के शिखर तक ऊंचाई 64 मीटर है । बेशक आज रविवार है पर अंदर से चर्च बंद थी। हमारे पूछने पर पता चला कि यहां श्रद्धालु न के बराबर ही आते है। देश में अधिकांश आबादी धर्म को नहीं मानती अत: नास्तिक है , इसलिए यहां अन्य कार्यक्रम होते रहते है । अभी हाल में वहां कोई भारतीय साधक ने योग प्रशिक्षण शिविर लगाया हुआ था । चर्च के सामने एक विशाल ग्राउंड था और उसे पार कर नहर के पानी में बने एक झोपड़ी नुमा मंच पर कुछ युवा कलाकार अपना एक नाट्य प्रस्तुति कर रहे थे जिसे देखने के लिए हमारे समेत सैंकड़ों लोग जमा थे । इस देश की खासियत यह भी है कि यहां नुकड़ो,चौराहों अथवा प्रमुख स्थानों पर युवा कलाकार अपने गीत ,संगीत के कार्यक्रम प्रस्तुत करते रहते है ।

    देर ज्यादा हो रही थी और अब हमारा रॉटरडम से ट्रेन में बैठ कर एमस्टर्डम के रास्ते में पड़ने वाले  एक अन्य कस्बे डेल्फ्ट(Delft) में पहुंचना था ।

Ram Mohan Rai .

Rotterdam, Netherlands.

05.06.2023



















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