घूमकड़ की डायरी-11. My speech in Sant Nirankari mission Chicago on the occasion of Mukti Parb on 13.08.2023
सन 2014 के ऐतिहासिक वर्ष में वह स्वर्णिम दिवस था जब संत निरंकारी मिशन के प्रमुख बाबा हरदेव सिंह जी महाराज को गांधी विचार की प्रमुख प्रचार वाहक संस्था गांधी ग्लोबल फैमिली की ओर से महात्मा गांधी सेवा मैडल से सम्मानित कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया । इस अवसर पर जी जी एफ के उपाध्यक्ष पद्मश्री डॉ एस पी वर्मा सहित अनेक गणमान्य पदाधिकारी मंच पर चढ़े और उन्होने बाबा जी की को अपना आदर सत्कार प्रेषित किया । वह अवसर था संत निरंकारी मिशन के वार्षिक समागम का , जिसमें देश विदेश के लाखों श्रद्धालु दिल्ली के संत निरंकारी समागम स्थल पर एकत्रित थे । बाबा जी ने भी इस मैडल को सहृदयता से ग्रहण करते हुए संदेश दिया था कि गांधीवादी संस्थाओं को मिशन के साथ मिल कर सत्य, अहिंसा और भाई चारे के लिए कार्य करना चाहिए। उस दिन से लेकर आज तक गांधी ग्लोबल फैमिली तथा अन्य रचनात्मक संस्थाओं का हरदम प्रयास है कि वह मिशन के सार्वभौमिक कार्यों से जुड़ कर काम करे और आज उसी श्रृंखला मिशन के शिकागो केंद्र द्वारा मुक्ति पर्व के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल हुए है ।
समय बीतने के साथ साथ यह संदेश भी परवान चढ़ा । वर्ष 2017 में हरिजन सेवक संघ दिल्ली में तीन दिवसीय विश्व शांति, राष्ट्रीय एकता और सद्भाव के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया । परम पूज्य दलाई लामा सहित अनेक महान धर्म मर्मज्ञ इसमें पधारे । स्वयं भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी इसके उद्घाटन को पधारे । उस समय भी मिशन ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हर संभव मदद और साधन उपलब्ध करवाए वहीं सतगुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने सांयकालीन सत्र में पधार कर धर्म के मूल तत्व मानवता और प्यार का संदेश अपनी वाणी से दिया। गांधी जी द्वारा स्थापित एक संस्था में उनका आगमन दोबारा उस संदेश की ही स्थापना थी जो उन्होंने मिलकर काम करने के निमित कही थी ।
और फिर सन 2022 का समालखा ( पानीपत) में हुआ समागम तो इन संबंधों को और अधिक मजबूत करने का माध्यम बना जब सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज को महात्मा गांधी सेवा दूत अवार्ड से सम्मानित करने के लिए गांधी ग्लोबल फैमिली के वर्तमान अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आज़ाद,फैमिली के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ आए थे । सतगुरु माता जी का आशीर्वाद प्राप्त कर श्री आज़ाद ने कहा था कि संत निरंकारी मिशन का प्रत्येक कार्य अद्भुत और अकल्पनीय है । स्वच्छता अभियान, रक्तदान, वृक्षारोपण , दहेज रहित अंतर्जातीय विवाह जैसे समाज सुधार और राष्ट्र निर्माण के कार्यों से आज मिशन की लोकप्रियता है और गांधी ग्लोबल फैमिली इससे और शिद्दत से जुड़ना चाहती है ।
यही वह बुनियाद है जिसके कारण मिशन और फैमिली के रिश्ते और गहरे हुए है । गांधी संस्थाओं से जुड़े लोग स्वयं को मिशन के निकट ही मानते है और जब जब इसके नेतृत्व के लोग कहीं बाहर जाते है तो संगत अथवा समागम में उपस्थित होकर अपनी निष्ठा को व्यक्त करना अपना कर्तव्य मानते है । इन संबंध बनाने में मिशन के अध्यक्ष महात्मा सी एल गुलाटी की एक बड़ी भूमिका है जो एक बुद्धिजीवी विचारक के साथ साथ आस्थावान मिशनरी भी है । महात्मा गांधी के आध्यात्मिक उतराधिकारी संत विनोबा भावे का कहना था लोगों के दिलों को जोड़ना एक पुण्य का काम है । समाज निर्माण के लिए उन्होंने पंच शक्ति सहयोग का सूत्र दिया था । एक - सज्जन शक्ति, दो - महाजन शक्ति, तीन -शासन शक्ति, चार - अध्यात्म शक्ति और पांच - विद्वदजन शक्ति ।
गांधी विचार और निरंकारी मिशन का सहयोग इन पंच शक्ति सहयोग में से तीन पर एकता का समनव्य है ।
मैं पिछले साल अपने सीएटल प्रवास के दौरान मिशन द्वारा आयोजित एक संगत में गांधी ग्लोबल फैमिली के एक प्रतिनिधि के रूप में गया था और उसी भाव से अपना वक्तव्य भी रखा था । परंतु उसके बाद संगत के प्रत्येक महानुभाव के विचार, कार्यों एवम आचरण से इतना प्रभावित हुआ कि बाद में लगने लगा कि गांधी विचार और मिशन का कार्य कोई पृथक नही है । उसके बाद तो मैं जहां भी गया वहां नियमित रूप से संगत से जुड़ने लगा । वह चाहे न्यूयॉर्क हो अथवा इंडिया में किसी भी स्थान पर ।
वैदिक धर्म शास्त्रों में वसुधैव कुटुंबकम् की बात कही है यानी कि पूरा विश्व ही हमारा घर है । इसी बात को दारा शिकोह ने कहा की " पहला सबक है, किताबे हिदा का , कि मखलूक सारी हैं कुनबा खुदा का "।
हमारे धर्म ग्रंथों में स्पष्ट कहा है कि एकम सद विप्र बहुदा वदंती अर्थात सत्य एक ही है जबकि विद्वान लोग उसे अलग अलग ढंग से कहते है । सतगुरु माता जी ने भी फरमाया है कि अब समय आ गया है कि घुटनभरी दीवारों से निकल कर उस आनंदमय परमात्मा को प्राप्त करें।
धर्म जोड़ने का काम करता है इसका भी सबसे बड़ा प्रमाण यह मिशन ही है । महात्मा गांधी ने सत्य को ही ईश्वर कहा था और ईश्वर अल्लाह तेरो नाम उनका प्रिय भजन था । मैने पिछले वर्ष हुए समागम में बड़ी संख्या में मुस्लिम ,सिखों और अन्य धर्म के अनुयायियों को देखा था ,जो अपनी अपनी आस्था से इबादत कर रहे थे । आज की स्थिति में जब सांप्रदायिक सौहार्द के लिए सबसे बड़ी चुनौती सामने है तब मिशन से जुड़े हुए लोग ही इसे बचा सकते है ।
मैं इस अवसर पर निरंकारी सेवा दल के परेड गीत की प्रारंभिक पंक्तियों को दोहराना चाहूंगा :-
न हम हिंदू, न सिख - ईसाई,
न हम मुसलमान है ,
मानवता है धर्म हमारा ,
हम केवल इंसान है ।
इंसान बनना बहुत ही मुश्किल काम है । प्रसिद्ध शायर हाली पानीपती ने कहा था :-
फरिश्तों से बेहतर है इंसान बनना,
मगर इसमें पड़ती है मेहनत जियादा।
मैं संत निरंकारी मिशन,शिकागो के मुखी महात्मा ज्योति कालरा, सुखदेव सिंह जी और राजन जी सहित सभी संगत का विशेष आभारी हूं कि उन सभी ने मुझे अपना आशीर्वाद प्रदान किया ।
साध संगत जी प्यार से बोलिए - धन निरंकार जी।
Ram Mohan Rai,
Sant Nirankari mission center,
Chicago.
13.08.2023
Very nice.
ReplyDeleteBest wishes and regards
ReplyDelete👌
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