घूमकड़ की डायरी -5. My trip to the city of Abraham Lincoln
सुहाना सफर
"My trip to the city of Abraham Lincoln"
आज हम अमेरिका के पूर्व पश्चिम राज्य के इलिनॉय की राजधानी स्प्रिंगफील्ड पहुंचे । यह खूबसूरत शहर शिकागो से लगभग 326 किलोमीटर और हमारे स्थान मिलोन से 267 किलोमीटर है । इसलिए अपनी कार से हम सुबह चल कर लगभग अढ़ाई घंटे में हम पहुंचे । रास्ते में कुछ देर के लिए पार्क और झील पर भी रुके । पिकनिक की , मौज मस्ती, खान पान और फोटोग्राफी की और चल दिए इस शहर की ओर ।
अमेरिका हमारे देश भारत से भौगौलिक दृष्टि से तीन गुणा से भी कुछ ज्यादा बड़ा मुल्क है जबकि आबादी हमसे चार गुणा कम । यहां समुद्र की माफिक झीलें , आपार नदियां , न खतम होने वाले जंगल , हजारों मील दूर तक फैली पर्वत श्रृंखला, खेत खलिहान और लंबी चौड़ी सड़कें है जिन्हें आंखें देखते ही बनती है। कम आबादी होने की वजह से भीड़ कम है । पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम बहुत ही नाकाफी है जबकि अपने गाडियां बहुतायत में है जो एक मजबूरी भी है । सौ किलोमीटर प्रति घंटा चलना तो एक आम बात है ।
इस पूरे नगर का ऐतिहासिक महत्व भी है जो कि अमेरिका के 16 वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की कर्मभूमी के कारण है। 12 फरवरी , 1809 को काउंटी में उनका जन्म हुआ और वहीं प्रारंभिक शिक्षा - दीक्षा। वे यहां सन 1837 में अपने शहर न्यू सलेम से यहां आए और लगातार 25 वर्षों तक रहे । यहीं सन 1842 मे उनका प्रेम परिचय मैरी टॉड के साथ हुआ और बाद में विवाह भी । यहीं उनके चार बेटे उत्पन्न हुए जिनमें से एक यहीं गुजर गया । यहीं उन्होंने अपने एक मित्र के साथ मिल कर लॉ फर्म बना कर वकालत शुरू की और फिर उसी के साथ राजनीति में भी भाग लिया । यहीं से वे स्टेट सीनेट के लिए चुने गए और फिर यूनियन सीनेट के लिए । वकालत और अपनी राजनीति के दौरान ही समाज में रंग तथा नस्लभेद के खिलाफ आवाज उठाई और फिर इसी मुद्दे को आधार बना कर वे संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख राष्ट्रपति के चुनाव में एक रिपब्लिकन उम्मीदवार के रूप में लड़े और निर्वाचित हुए और चार मार्च ,1861 से 15 अप्रैल , 1865 तक राष्ट्रपति रहे । उनकी मुख्य उपलब्धियों में सबसे बड़ी देश में गुलाम प्रथा को समाप्त करना था । सिविल वार के उन दिनों में अश्वेत लोगों के लिए आवाज उठाना कोई छोटी बात नही थी परंतु लिंकन ने इसे अंजाम तक पहुंचाया। उन्हें इसकी कीमत अपनी जान दे कर चुकानी पड़ी और उनकी हत्या के बाद यहीं उनकी प्रिय मातृभूमि में उनके शव को दफनाया गया।
यहीं पुराने और नए सेंट्रल कैपिटल , टाउन हॉल, सुप्रीम कोर्ट तथा अन्य प्रशासनिक भवन है जो सभी एक दूसरे के आसपास ही है इसलिए एक जगह ही पार्किंग में गाड़ी खड़ी करके इन सभी को पैदल चलकर देखा । इसी के बीच में एक 🎭🎨 आर्ट गैलरी है जहां दीवारों पर चित्रकारों ने रंगो और 🖌️ ब्रश से अपनी कलाकारी प्रदर्शित की हुई थी जिन्हें देख कर खूब आनंद आया ।
स्प्रिंगफील्ड के जर्रे जर्रे में लिंकन जीवन, विचार और संदेश के दर्शन करने को मिले। एक नायक को उसका देश ,समाज और जनता कैसे सम्मान देती है इसकी बेहतरीन मिसाल इस शहर से कोई हो नही सकती । हमारे देश के लोगों को इससे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है । वे रिपब्लिकन पार्टी से ताल्लुक रखते थे ,उनकी मृत्यु के बाद अनेक विरोधी राष्ट्रपति बने पर मजाल है कि अपनें इस महानायक के प्रति किसी ने कोई धृष्टता की हो । जबकि हमारे देश में हमारे राष्ट्रपिता , प्रथम प्रधानमंत्री आदि की खिल्ली उड़ाने में हम कोई कसर नहीं रखते ?
(शेष अगले ब्लॉग में)
Ram Mohan Rai,
Springfield Illinois-USA.
05.08.2023
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