Posts

Showing posts from November, 2023

घुमक्कड़ की डायरी-27. आओ नीले फूलों के शहर होनोलुलू की सैर करें !

Image
घुमक्कड़ की डायरी-27       आओ नीले फूलों के शहर होलोलुलू की सैर करें !     कल महात्मा गांधी की प्रतिमा का पता चलने पर ,मैने होटल से वहां तक जाने के लिए पदयात्रा करना ज्यादा मुनासिब समझा और समुद्र के किनारे बने रास्ते पर 40 मिनट की यात्रा की । रास्ते में विशाल समुद्रीय तट थे और उनसे कुछ दूरी पर ही सटे खुले बाज़ार। इन सड़कों के समुद्र की तरफ हवाई के विश्व विख्यात खिलाड़ियों और अन्य लोगों की प्रतिमाएं लगी थी । एक मूर्ति ने तो मन ही मोह लिया जिसमें एक बच्चा समुद्र में डॉल्फिन के साथ तैरते हुए दिखाया है जो यहां के मूलनिवासियों के प्रकृति प्रेम को दर्शाता है । दो बार विश्व ओलंपिक में विजयी ड्यूक पोम कहानामोकू की मूर्ति भी बहुत आकर्षक है । सब पर लोग लेई (हवाई के नीले रंग के विशेष फूलों की मोतियों के साथ गूंथी हुई माला ) श्रद्धा पूर्वक अर्पित करते हैं।     अपने इन पुष्पमालाओं के प्रति इनका विशेष आकर्षण है । एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय लोगों का यह माला बनाने की निशुल्क ट्रेनिंग भी देते है । ऐसा प्रशिक्षण हमने भी लिया । इस शिविर में लगभग 40 लोगों

आओ होनुलुलू की सैर करें ! घुमकड़ की डायरी-26

Image
*घूमकड़ की डायरी*   "आओ होनुलुलु की सैर करें !"       यह शहर अमेरिकन ट्रेटरी हवाई की राजधानी है । जैसा कि हम जानते है कि अमेरिका हमारे देश भारत से क्षेत्रफल के हिसाब से लगभग पांच गुणा बड़ा देश है जबकि आबादी लगभग इतनी ही गुणा कम। हमें सीएटल से हवाई जहाज से यहां आने में लगभग साढ़े छह घंटे लगे और यहां से जापान अथवा ऑस्ट्रेलिया जाने में भी कमोबेश इतने ही समय लगता है । यह एक बहुत ही खूबसूरत टापू है जो चारो तरफ से प्रशांत महासागर (Pacific Sea) से घिरा है ।     हम यहां कल पहुंच गए थे और लगभग पांच दिन तक एक होटल में रुकेंगे ।     इस नगर का इतिहास लगभग 1300 वर्षों का है यानी जब से जब यहां कबाइली समाज था । आदिवासी लोग रहते थे जिनकी अपनी ही सत्ता थी । समय के साथ साथ यहां राजतंत्र की स्थापना हुई जो सन 1898 तक चली और उसके बाद एक समझौते के बाद अमेरिका ने इस पर अपना कब्ज़ा कर लिया । वैसे सन 1794 में ब्रिटिश कैप्टन विलियम ब्राउन अपने बेड़े को लेकर यहां उतरा था जिस स्थान को आज भी होनुलुलू हार्बर के नाम से जाना जाता है । लगभग 172.2 किलोमीटर यानी कि 68.4 वर्गमील में फैले इस टापू

घुमकड़ की डायरी -25 Thanksgiving in USA.

Image
*अमेरिका में थैंक्स गिविंग*                 अमेरिका में आजकल थैंक्स गिविंग उत्सव की चहल पहल है । बेशक इनका मानना है कि यह एक सामाजिक सांस्कृतिक त्यौहार है और स्वभावत: सेकुलर है परंतु राजनीति और धर्म से ही इसका इतिहास जुड़ा है । परंतु यह कहने में कोई हिचक नहीं कि प्रत्येक धर्म और विश्वास के अमेरिकी इसे बहुत ही उल्लास से मनाते है।     यह एक राष्ट्रीय अवकाश का दिन है जो अमरीका सहित कनाडा , लैटिन अमेरिका सहित युरोप के अनेक देशों में भी मनाया जाता है पर सब के दिन और तारीख अपनी अपनी है । यानी कनाडा में नवंबर के दूसरे सोमवार को और अमेरिका में इसी माह के ही चौथे बुधवार को।      अगर पूरी दुनियां में मनाए जा रहे फेस्टिवल्स की जड़ों की तहकीकात करे तो फसलों की आमद और मौसम परिवर्तन से ये जुड़े है। यहां भी मक्की की फसल कट कर बाजार में आ रही है और सर्दी की आहट भी सुनाई देने लगी है । इसीलिए इस उत्सव को मनाने के लिए घरों में अक्सर आलू, मक्की , हरी फलियों , क्रैनबेरी और  कद्दू के विभिन्न व्यंजन बनाए जाते है और इन्हें भूखे लोगों में बांटा जाता है । भूखे का नाम सुनते ही हमारे कान खड़े हो जाते

घुमकड़ की डायरी-24 Mahatma Gandhi in Bellevue, Washington -USA

Image
*अमेरिका में महात्मा गांधी*                 पूरी दुनियां में भारत के अतिरिक्त अन्य देशों में कुल 49 स्थानों पर पूज्यपाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मृति स्थल बने है, जिनमे अधिकांश जगहों पर उनकी प्रतिमाएं भी स्थापित है  । इन स्थानों पर गांधी विचार को प्रचारित -प्रसारित करने का अद्भुत व प्रशंसनीय कार्य हो रहा है । महात्मा गांधी एक ऐसी दिव्य विभूति है जिनका जन्म व कर्म स्थान बेशक भारत हो परन्तु उनके जीवन दर्शन व विचारों की ख्याति पूरे विश्व मे है।       *अमेरिका में विभिन्न बड़े -२  नगरों  में कुल 21 स्थानों पर गांधी विचार केंद्र है जहां उनकी मूर्तियां ,पुस्तकालय व चर्चा केंद्रों की स्थापना की गई है* । गांधी -150 को मनाने के लिये नागरिक स्तर पर ईयर ऑफ गांधी नाम से एक बेहद खूबसूरत पहल की गई थी । *खुशी की बात है कि इसके अग्रणी कर्णधार अमेरिकी नागरिको के अतिरिक्त पाकिस्तान व भारत के युवा भी थे* । वे अपनी इस पहल में दी सैटरडे फ्री स्कूल भी चला रहे है जो गांधी - डब्ल्यू ई बी डू बायस विचार एवम उसका अमेरिका की जनता के नस्लवाद ,रँगभेदवाद एवम साम्रज्यवाद के विरुद्ध लड़े गए राष्ट्रीय आ

घूमकड़ की डायरी-23---- अमेरिका में सब्ज़ी मंडी

Image
*अमेरिका में सब्ज़ी मंडी*                     अमेरिका के वॉशिंगटन राज्य में पतझड़ का मौसम चल रहा है और साथ साथ सर्दी की आहट है।  इस राज्य के प्रमुख शहर सीएटल में जहां आजकल हम रह रहे है । दिन का टेंपरेचर जहां 15-16 सेल्सियस रहता है वहीं रात को यह गिर कर 2-3-4 तक पहुंच जाता है । आजकल तो मौसम के हालात यह है कि सूरज देवता के दर्शन भी कई कई दिन तक दुर्लभ हो जाते है । ठंड के साथ साथ बर्फीली हवाएं चलती हैं और बारिश भी लगातार हो रही है ,ऐसे में घर पर ही बिस्तर में दुबके रहना ही श्रयेष्कर है । पर आज सूरज निकला है । बेशक छुट्टी का दिन तो नही है पर इससे हमें क्या लेना देना और हमने इसका फायदा उठाया और तैयार होकर चल दिए इस नगर के मुख्य बाज़ार अर्थात डाउन टाउन की तरफ।  इसके लिए हमने घर के नजदीक से ही एक बस  नजदीक के ही नॉर्थगेट मेट्रो स्टेशन  के लिए  ली और पांच सात मिनट में वहां पहुंच गए और फिर 🚇 मेट्रो जिसे यहां ट्रेन कहते है ,में बैठ कर वेस्टलेक स्टेशन की तरफ बढ़े । हमारी बेटी ने हमारा एक Acro कार्ड बनवाया हुआ है जिसमें सीनियर सिटीजन होने की वजह से टिकट भी एक तिहाई लगता है । हमारा यह