घूमक्कड़ की डायरी -34 New Year Celebration in the USA.

अमेरिका में नया साल मुबारक!
नये साल के मुबारक मौके पर इस साल अमेरिका में रह कर इसे मनाने का मौका मिला। इसलिए तैयारियां तो ब्लैक फ्राइडे और फिर थैंक्स गिविंग डे से ही हो गई थी। पुरे बाज़ारो, मॉल, दफ्तर और मकान -मोहल्ले सजे हुए दिख रहे थे। रातें तो बहुत ही हसीन थी। साँझ होते ही छोटे बड़े सभी होटल्स, रेस्टोरेंट और दूसरी सभी सामूहिक स्थानों पर हर उम्र के लोग इकट्ठा होकर खा -पीकर मौज मस्ती करते जो देर रात तक चलता। स्कूल तथा दूसरे संस्थानों की छुटियां तो 22 दिसंबर से शुरू होकर एक जनवरी तक चली।
    यहाँ भी नया साल गार्गीरियन कैलेंडर के हिसाब से ही मनाया जाता है यानि की एक जनवरी से। ऐसा तो सन 2024 अर्थात ईसा पूर्व भी था परन्तु फ़र्क इतना हुआ कि ईसा मसीह के जन्म 25 दिसंबर के बाद इसे ईसाइयत से जोड़ दिया गया। इंग्लैंड और जापान तथा उनके औपनिवेशिक देशों में भी इसका अनुसरण करते हुए एक जनवरी को ही नया साल शुरू किया। एक दिसम्बर का जबकि किसी भी धर्म से कोई सरोकार नहीं है। जबकि पूर्वी ऑर्थोडॉक्स चर्च जो कि रूस, मैकेडनिआ, सर्बिया और उक्रेन जो की सभी ईसाई धर्मम्वलबी है 14 जनवरी को अपना नव वर्ष मनाते है। अन्य देशों में जैसे कम्प्यूचियाँ, श्रीलंका, थाईलैंड आदि में 13-15 अप्रैल, चीन में 20-21 फ़रवरी, इथोपया में 12 सितंबर को, ईरान में 21 मार्च को नौ रूज़, बर्मा -इंडोनेसिया में सात मार्च, यहूदी जगत 29 सितंबर, कोरिया में 5 फरवरी, वियतनाम में जनवरी -फरवरी में, मंगोलिया में 16 फरवरी, पाकिस्तान और बांग्लादेश में 14-15 अप्रैल को मनाया जाता है।
     इन सभी देशों के लोग और इन अलग अलग हैप्पी न्यू ईयर मानने वाले लोग अमेरिका में रहते है पर वे अपना राष्ट्रीय नव वर्ष एक जनवरी को ही मनाते है।
   हमारे देश भारत की एक बड़ी आबादी भी यहाँ रहती है, जिनमे सबसे ज्यादा संख्या गुजरातीयों की है और उनका नव दिवाली से शुरू होता है जबकि दूसरी बड़ी आबादी तेलगु और कन्नड़ लोग अपना नया साल ऊगादी मार्च के अंतिम सप्ताह में, तमिल अपना नया वर्ष पुरठाडू अमूमन 14अप्रैल को , मलयाली वर्ष विशु 14अथवा 15अप्रैल में, महरष्ट्रियन गुडी पड़वा कार्तिक मास की प्रतिपदा, ओड़िया अपना नया साल बोईशाख और बांगला लोग पहेला बैसाख को और उत्तर भारतीय चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को नव संवतसर मनाते है। यहाँ भी हम भारतीय अपने देश की तरह स्वतंत्र है कि नया साल अपने अपने अनुसार मनाये परन्तु सामूहिक नव वर्ष एक जनवरी ही है।
     भारतीय लोगों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हमें भी भाग लेने का अवसर मिला जहाँ अनेक प्रांतों के लोग मिल कर गीत-संगीत प्रस्तुत कर एक दूसरे को बधाई दें रहे थे।
    अमेरिका में ये दिन खरीदारी के जाने जाते है। लगभग आधे दाम पर चीजें उपलब्ध रहती है और एक जनवरी के बाद उन्हीं दुने तिगने रेट पर। इस सबसे खूब रौनक़ दिखाई देती है। सर्वजनिक स्थान और घर पर सजावत खूब दिखती है और पूरा अंतिम सप्ताह लोगों के घरों में दावतों का ही होता है। यहां का दस्तूर यह भी है कि दुख -सुख के कार्यक्रम सप्ताहंत में ही होते है पर ये दिन उन्हें हर दिन इन्हे आयोजित करने का अवसर देता है।
   यहाँ की एक खूबी यह भी देखी कि सब एक दूसरे को नए साल की मुबारक खुले मन से देता है यह कह कर नहीं की उनका नया साल तो फलाने दिन का है इसलिए मैं तो उसी दिन कबूल करूंगा। उस दिन भी कर लेंगे पर आज तो लो।
Happy New Year to all of you.
जय जगत - वसुधैव कुटुंबकम।
Ram Mohan Rai,
Seattle, Washington- USA.
03.01.2024

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