घुमक्कड़ की डायरी (Wilhelmus Johannes Franciscus and Yvonne Diana Beate से मुलाकात). जय जगत विचार प्रबोध यात्रा - 3
जय जगत विचार प्रबोध यात्रा - 3
*Wilhelmus Johannes Franciscus - Yvonne Diana Beate दंपति से मुलाकात*.
कल देर शाम हम एम्सटर्डम के स्कीपोल हवाई अड्डा एयरपोर्ट पर पहुंचे, क्योंकि हमारी चेकिंग आदि वारसा एयरपोर्ट पर ही हो चुकी थी और यूरोपीय यूनियन देशों का एक ही शेनगन वीजा होने की वज़ह से अब हम किसी भी युरोपीय देश मे बिना किसी बाधा के प्रवेश कर सकते थे अतः यहां पहुँचने मे हमे किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा और हम जल्दी ही एयरपोर्ट से बाहर निकले आए जहां हमे, हमारा बेटा और बहू लेने आए हुए थे. हम तुरन्त घर पहुंचे, खाना खाया और बिना समय गंवाए सोने चले गए. इंडिया और यहां समय मे साढ़े तीन घंटे का फर्क है यानी यहां हम भारत से साढ़े तीन घंटे पीछे है. आजकल यहां भी गर्मी का मौसम माना जाता है यानी tempreture 18 से 22 डिग्री सेल्सियस. सूर्योदय भी 6.15 तक हो जाता है और अस्त रात 10 बजे तक होता है.
यूरोप से एक सबक सबके लिए और विशेषकर हम दक्षिण एशियाई देशों के लोगों के लिए बहुत अहम है कि वे आपस में सैंकड़ों सालों तक एक दूसरे से युद्धों मे लिप्त रहे परंतु अब वे शांति की अहमियत जान गए हैं और अब इनके बिना वीजा के बॉर्डर हैं.
आज हम एम्सटर्डम से उत्तर की ओर 40 किलोमीटर एक कस्बे Almere अपने एक पारिवारिक मित्र Wilhelmus Johannes Franciscus एवं Yvonne Diana Beate दंपति से मिलने के लिए गए. Almere, नीदरलैंड्स का एक नया और आधुनिक शहर है. कुल सवा दो लाख की आबादी वाले इस शहर मे सन 1974 मे ही बिसासत शुरू हुई थी. यह स्थान पर स्थानीय देशों के अतिरिक्त अनेक प्रवासी लोग भी रहते हैं जिनमे भारतीयों की संख्या भी कम नहीं है. पूरा शहर सुनियोजित है और बड़ी - छोटी नहरें इसकी खूबसूरती को बढ़ाती है. अनोखी बात यह है कि इसकी समुद्र तल से नीचाई लगभग चार मीटर है यानी कि यदि पूर्व व्यवस्था न हो तो पूरा शहर ही समुद्रमय हो जाए.
विल और इवान (Yvonne) दम्पत्ति बहुत ही प्रबुद्ध और प्रगतिशील विचारों से समृद्ध है. विल बहु भाषी हैं और उन्होंने अनेक देशों की यात्रा की है. 80 वर्षीय यह व्यक्ति चिरयुवा है और आगामी सोमवार को उनका जन्मदिन है. उन्होंने अपने जीवन के अनेक वर्षो तक विविध बहुराष्ट्रीय कंपनियों मे काम किया है. भारत, भारतीयों और भारतीयता के बारे मे भी उनका गम्भीर मौलिक चिंतन है. उनकी सहधर्मीनी इवान ने के एल एम एयरवेज में एक एयर होस्टेस के रूप में काम किया हैं और इस रूप मे उन्होने भी पूरी दुनियां का भ्रमण किया है. इस एयर यात्रा मे उनके दो तो ऐसे रोमांचक अनुभव है जो भुलाए से भी नहीं भूलते. एक तो वह जब फ्लाइट से पहले अचानक ही उनके सिर मे असहनीय दर्द हो गया और फ्लाइट पर वे नहीं जा सकीं और कुछ देर बाद ही सूचना मिली कि प्लेन केनरी द्वीप के टेनरीफ़ शहर मे क्रैश हो गया जिसमें अधिकांश यात्री मारे गए यानी जिसको राखे सैइआं, मार सके ना कोय. दूसरे जब बैरुत मे आतंकियों ने प्लेन का हाईजैक कर लिया और बचने की कोई उम्मीद नहीं थी, पर आशा के विपरित उनकी जान बची. ऐसे अनेक अनुभवों से लबरेज़ उनकी जीवन यात्रा रहीं हैं. 77 वर्षीय यह महिला अदम्य साहस और ऊर्जा की प्रतिमूर्ति है. इस दम्पत्ति से देश विदेश से सम्बन्धित अनेक विषयों पर वार्ता हुई. ढाई घंटे कैसे बीत गए इसका तो पता ही नहीं.
वे क्षण तो काफी भावुक रहे जब हमने उन्हें महात्मा गांधी द्वारा इस्तेमाल होने वाली पेंसिल की हूबहू नकल की एक अन्य कलम, जो मैं राष्ट्रीय गांधी म्यूजियम से लेकर गया था, भेंट की. उनका कहना था कि भारत की शक्ति आणविक उसकी ताकत नहीं अपितु गांधी जी का अहिंसा का संदेश है. दुनियाँ मे कोई ही ऐसा व्यक्ति होगा जो बापू और उनके विचार से प्रभावित नहीं होगा. मेरी पुस्तक "सुहाना सफर - नीदरलैंड्स" की एक रंग बिरंगी प्रति प्राप्त कर तो वे बेहद प्रसन्न हुए. इसे प्राप्त कर इवान का कहना था कि बेशक हिन्दी मे लिखे होने की वज़ह से वे इसे नहीं पढ़ पाएगी परंतु इसमे गुंथे भावों की खुशबु वे महसूस करती हैं.भारतीय व्यंजनों की वे बेहद प्रशंसक हैं और इस पर वे लंबी चर्चा मेरी पत्नी से करती रहीं.
आज का दिन बेहद व्यस्त रहा परंतु स्मरणीय और आनंददायक रहा इसे मूर्तरूप देने के लिए मेजबान दम्पत्ति का हार्दिक आभार.
विल को उनके जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं.
"जीवेत शरद: शतं !!! पश्येत शरद: शतं !!! भद्रेत शरद: शतं !!! अभिष्टचिंतनम !!! जन्मादिवसस्य शुभाशय:!!!"
Ram Mohan Rai,
Almere, Netherlands.
25.05.2024.
नमस्कार,
आपके द्वारा लिखा गया" घुमक्कड़ की डायरी "पढ़कर लगा जैसे मैं भी आपके साथ यात्रा कर रहा हूं. विस्तार से जानने की लालसा बढ़ती चली जा रही है .अद्भुत सजीव वर्णन 🙏🙏🙏🙏🙏
R C kare, Bastar, Chhatisgarh
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