सुहाना सफ़र Jai Jagat Yatra. (2)
घुमक्कड़ की डायरी
(Jai Jagat Vichar Prbodh Yatra - 1)
चार महिने पहले जनवरी मे अमेरिका से लौटने के बाद आज फिर पोलैंड होते हुए नीदरलैंड्स, Switzerland, इटली, रोम और फ्रांस के यात्रा के लिए प्रस्थान किया. इन यूरोपीय देशों मे हम डेढ़ से दो महिने रुकेंगे और पर्यटन, पारिवारिक व्यस्तताओं के साथ साथ गांधी ग्लोबल फॅमिली के संगठन के मित्रों से मुलाकात का भी अवसर मिलेगा.
मेरे स्वयम के लिए न तो आर्थिक दृष्टि से सम्भव है और न ही कोई स्पॉन्सर है परंतु हमारे बच्चे, कुछ दूसरे संगठन और सामाजिक मित्र इस यात्रा मे हर प्रकार की व्यवस्था कर इसे सुगम बना देते हैं. हमारा अधिकांश समय लोगों से मिलने - जुलने तथा गांधी विचार प्रवाह के लिए ही सदुपयोग होता है इसलिए यह यात्राएं कभी उबाऊ नहीं होता बल्कि इसके विपरित शिक्षण का काम करती है.
निर्मला देशपांडे संस्थान, पानीपत के नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों ने हमे भावपूर्ण विदाई दी. छोटे बच्चे कह रहे थे सर जी गर्मी बहुत है आप पानी पीते रहना और अपना ख्याल रहना. सफ़र लम्बा है इस लिए जब रास्ते मे रुक रुक के आराम करना. उनकी चिंता बेशक मासूम थी परंतु बहुत ही मार्मिक और गम्भीर थी.
हमारा पहला पड़ाव वारसा (पोलैंड ) रहेगा. मैं पहले भी वर्ष 1987 मे यहां आया था तब और अब मे तो काफी परिवर्तन हो गया होगा. पूंजीवाद से सोशलिस्ट शासन और फिर वापिसी, एक अजीब ही प्रक्रिया रहीं होगी.
परमपिता परमात्मा जो पूरे ब्रह्माण्ड मे एक ही है की कृपा बनी रहे ऐसी कामना करते हुए आप सभी से निवेदन है कि आप सभी का आशीर्वाद मिले ताकि यात्रा को सफ़लतापूर्वक सम्पन्न कर स्वदेश लौट सके.
सादर,
राम मोहन राय,
वारसा (पोलैंड )
23.05.2024
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