घुमक्कड़ की डायरी (Switzerland - 1)
(Switzerland - 3)
बासेल (Basel)
हमारा हवाई जहाज जिस एयरपोर्ट पर उतरा, वह स्विटजरलैंड की साँस्कृतिक राजधानी Basel का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा था. यह शहर से मात्र चार किलोमीटर दूर जर्मनी और फ्रांस की सीमा के निकट ही है.
यह शहर रहिन नदी के दोनों तरफ बसा हुआ है और इसमे लगभग 800 वर्ष पुरानी Gothic परंपरा पर cathedral बहुत ही दर्शनीय है. हजारों की संख्या में लोग यहां आते हैं और इसकी कलाकारी को निहारते है. लाल रंग के पत्थर से बने टाउन हॉल जो की नगर की बिल्कुल बीच में है, उसकी तो छटा ही निराली है.
इसे Baselstad के नाम से भी जाना जाता है और यह इस देश के 26 जनपदों मे से एक प्रमुख जनपद है. तीन नगर निगम इसके अंतर्गत है और यह खुद दो भागों शहरी और देहात मे बँटा है. इन दोनों की कुल जनसंख्या 201,156 है और प्रत्येक निवासी की प्रतिव्यक्ति आय लगभग 2 लाख स्विस फ़्रैंक है. यह युरोप का सातवां बड़ा जीडीपी आर्थिक केंद्र है और देश का 94 प्रतिशत केमिकल और pharmaceuticals का निर्यात यहीं से होता है. यहां बहुराष्ट्रीय कंपनियों के अनेक कार्यालय हैं और देश का 20 प्रतिशत निर्यात यहीं से होता है.
Basel मे राजनीतिक संघर्ष का भी समय रहा है. कभी एकीकरण के लिए तो कभी विभाजन के लिए. सन 1833 मे संघर्ष इस बात के लिए रहा कि Basel को दो हिस्सों मे बांटा जाए इसमे 26 अगस्त, 1833 को कामयाबी मिली. वर्ष 1900 तक यहां उद्योगीकरण हो चुका था अतः फिर एकीकरण की मांग उभरी और 1969 मे दोनों हिस्सों मे फिर अलग होने की संभावना उभरी और सन 2014 मे यह तीसरी बार अलग अलग हो गए. यह ही है सीधे लोकतंत्र का नमूना.
Switzerland का एक मात्र बंदरगाह मात्र Basel मे ही है जो Rhine नदी को समुद्र से जोड़ता है. यहीं से पेरिस तथा बर्लिन के लिए भी सुपरफास्ट ट्रेन चलती है.
यहीं विश्व प्रसिद्ध अनेक म्युजियम है.
शहर के लगभग चालीस संग्रहालय प्राचीन काल से लेकर वर्तमान तक की दृश्य कलाओं को प्रदर्शित करते हैं। फंडेशन बेयेलर, कुन्स्टम्यूजियम (ललित कला संग्रहालय) और एंटिकेनम्यूजियम (प्राचीन कला संग्रहालय) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित प्रदर्शनियां अंतर्राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करती हैं। प्रदर्शनियों की गुणवत्ता को लंदन स्थित समाचार पत्र 'द टाइम्स' के सम्मानित कला समीक्षकों ने भी मान्यता दी, जिन्होंने 2013 में कुन्स्टम्यूजियम बेसल को दुनिया के पांचवें सर्वश्रेष्ठ संग्रहालय के रूप में नामित किया था। लेकिन कला केवल घर के अंदर तक ही सीमित नहीं है। शहर में टहलते हुए, हर कोने में प्रशंसा करने के लिए कुछ न कुछ है: रिचर्ड सेरा द्वारा "इंटरसेक्शन", जीन टिंगुएली का "कार्निवल फाउंटेन" और बेटिना ईचिन का "हेल्वेटिया" कला के कई कार्यों में से कुछ हैं
शहर मे घूमने मात्र से इसकी कला और संस्कृति का आभास होता है. प्रसिद्ध चित्रकार वान गो ने सही कहा था कि कला मे मन और आत्मा का समावेश होता है. यहां घूम कर, लोगों से मिल कर और दर्शनीय स्थलों मे हमें इसके साक्षात दर्शन होते हैं.
Ram Mohan Rai.
Basel, Switzerland.
01.06.2024.
Very interesting and informative writeup. Thank you so much.
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