उर्मिला बहन के उद्गार
पिछले 15 दिन भागदौड़ के रहे।श्रीनगर ,अमरनाथ यात्रा और उसके बाद पानीपत।
पानीपत में हम सबके छोटे भाई,दीदी निर्मला देशपांडेय के परमभक्त श्री राममोहन भाई रहते हैं।पेशे से सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं पर घर सर्वोदय आंदोलन के लिए खुला है।पुरा परिवार वत्सलता से परिपूर्ण है।
ये अत्यंत उल्लेखनीय प्रसंग है कि देश और दुनिया की दीदी निर्मला देशपांडेय जी पर स्थापित संग्रहालय अगर आपको देखना हो तो पानीपत जाना होगा जिसे राममोहन जी के व्यक्तिगत प्रयासों से एक अंतरराष्ट्रीय स्थान प्राप्त हुआ है।
दीदी का परिवार इसके लिए आजन्म उनका ऋणी रहेगा।यही नही दीदी की आत्मा रही उनके द्वारा संपादित,नित्यनूतन पत्रिका भी संपादित करने का गुरुतर भार वो समेटे है।इसमें उनका कितना प्रयास लगता है,उसके संपादक मंडल में होने के कारण मैं जान सकती हूं।
अभी 29 जुलाई को प्रतिभा स्मृति सदन व प्रतिभा स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन बेटी प्रतिभा की स्मृति में पानीपत में आयोजित किया गया।अपने तरीके का ये अनूठा रचनात्मक प्रयास था जिसमे साथिओं समेत राममोहन जी ने ,दीदी के साथ काम कर चुकी विभिन्न प्रान्तों की 11 महिलाओं को केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह द्वारा पुरस्कार दिलाया।मेरे समेत अनेक प्रान्तों की अनेक बहनों ने ये पुरुस्कार प्राप्त किया।
इस अवसर कुरुक्षेत्र से प्रकाशित 'देस हरियाणा'पत्रिका का विमोचन भी हुआ।सोशल मीडिया के इस दौर में पत्रिकाएं अब वैसे ही बड़ी चुनौती हैं।उस पर स्तरीय सामग्री समेटे ये पत्रिका हिंदी भाषा वालों के लिए एक अनुपम उपहार लगी।
कार्यक्रम की भव्यता में हरियाणा की सांस्कृतिक समृद्धि के प्रत्यक्ष दर्शन हुए।ये आयोजन राममोहन भाई की टीम की एकजुटता की सफल कहानी सुना रहा था।मंत्री जी के विचारोत्तक उद्बोधन ने सबको अभिभूत कर दिया।
ये कार्यक्रम आपके स्नेह,व हम सबको जोड़ने के प्रयासों की ये अद्भुत कड़ी रहा राम मोहन जी!
आपको और आपकी टीम को बहुत बहुत साधुवाद मित्र!
(यह चित्र मंत्री जी के संग्रहालय भ्रमण से पूर्व का है।राम मोहन जी पीले कुर्ते में मंत्री जी के पड़ोस में)
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