निर्मला देशपांडे संस्थान में संविधान की पाठशाला - 1

"संविधान की पाठशाला का पहला सबक" 
     निर्मला देशपांडे संस्थान, पानीपत में चल रहे हाली अपना स्कूल मे पढ़ रहे group D और E (आयु 13 से 16 वर्ष) के विद्यार्थियों के बीच आजकल संविधान की पाठशाला चल रहीं है. इसके अंतर्गत आज  लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया और सिखाया गया. उसके अंतर्गत लोकतांत्रिक अधिकारों के एक अहम भाग चुनाव प्रक्रिया को प्रैक्टिकल रूप में सिखाया गया. पांच पद निश्चित किए गया जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव तथा कोषाध्यक्ष के लिए चुनाव हुए.
   प्रक्रिया के पहले चरण में विद्यार्थियों ने अपने नामांकन किए. तत्पश्चात उनकी जांच की गई और फिर नाम वापिस. अध्यक्ष के लिए चार, उपाध्यक्ष के लिए तीन, महासचिव और कोषाध्यक्ष प्रत्येक के लिए दो उम्मीदवार आए. इसके बाद उन्हें चुनाव चिन्ह आबंटित किये गये और फिर पूरे सप्ताह प्रचार चला. सभी प्रत्याशियों ने अपना - 2 घोषणा पत्र भी जारी किया जिसमें सभी ने सभी को बिना किसी भेदभाव के अनिवार्य और  यूनिवर्सिटी स्तर तक मुफ्त शिक्षा, लैंगिक समानता की बात कही थी. चुनाव प्रचार के दौरान सभी प्रत्याशियों ने अपने पोस्टर और बिल्ले भी बनाय और सभी ने शपथ भी ली कि वे जाति, धर्म और क्षेत्र वाद से ऊपर उठ कर तथा बिना किसी पैसे और लालच के वोट देंगे.
      चुनाव के लिए श्रीमती मधु यादव को चुनाव अधिकारी बनाया गया जिन्होंने सभी नियमों का पालन करते हुए चुनाव सम्पन्न करवाए. सभी उम्मीदवारों ने अपने अपने एजेंट बनाये हुए थे जिन्होंने पोलिंग की देख रेख की और आखिरकार चुनाव संपन्न हुआ. इसी बीच कुछ बच्चों ने असमाजिक तत्वों का किरदार निभाते हुए पोलिंग बॉक्स लूटने की भी असफल कोशिश की जिसे एजेंट आदि ने रोका. सोमवार को मतगणना होगी और फिर उम्मीदवार विजयी घोषित होंगे.
  बेशक यह एक खेल था पर यह उन विद्यार्थियों को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने की भी कोशिश रही जो सन 2029 के चुनाव के समय बालिग होकर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. आज के चुनाव में शिक्षकों ने भी मतदान किया जो इस बात का सूचक था कि संविधान में सब को बराबरी का हक़ है फिर चाहे कोई किसी भी पद पर हो.
      चुनाव आयोग की भूमिका प्रिया लूथरा (मुख्याध्यापक, स्कूल), पूजा सैनी (महासचिव संस्था) और रोजी चावला (शिक्षिका) ने निभाई.

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