Our trip to the land of Rabindranath Tagore /Meeting with Ms Uma Das Gupta
उमा दास गुप्ता भारतीय इतिहासकार और शोध लेखिका के रूप में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। उनका कार्य विशेष रूप से गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर के जीवन, उनके कार्यों और दर्शनों पर केंद्रित है। उन्होंने इस महान व्यक्तित्व की जटिलताओं और गहराइयों को समझने के लिए कई पुस्तकें लिखी हैं, जो न केवल साहित्यिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक अध्ययन के लिए भी अत्यंत उपयोगी हैं।
हाल ही में, गांधी ग्लोबल फैमिली के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने उमा दास गुप्ता से बंगाल क्लब में मुलाकात की। इस विशेष अवसर पर एक लंच का आयोजन किया गया था, जिसमें उमा दास गुप्ता ने महात्मा गांधी और गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर के बीच के पारस्परिक संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। उनकी बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों महान विभूतियों के विचारों में गहरी समानताएँ थीं, जो मानवता के प्रति उनके दृष्टिकोण को दर्शाती थीं।
उमा दास गुप्ता की ज्ञान और अनुभव ने उपस्थित सदस्यों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी बातों से ऐसा प्रतीत हुआ जैसे हम सभी ने एक साथ अनेक पुस्तकों का अध्ययन किया हो। उन्होंने जिस प्रकार से टैगोर और गांधी के विचारों को एक साथ रखा, वह सुनने वालों के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
आज का दिन न केवल ज्ञानवर्धक था, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण अवसर भी था जब हम सभी ने एक ऐसे मनीषी से मुलाकात की, जिन्होंने न केवल गुरुदेव के दर्शन किए हैं, बल्कि उनके साथ कार्य भी किया है। उमा दास गुप्ता का अनुभव और ज्ञान हमें प्रेरित करता है कि हम अपने इतिहास और संस्कृति को समझें और उसे आगे बढ़ाएं।
इस मुलाकात से हम सभी अभिभूत हैं और उमा दास गुप्ता का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें हार्दिक अभिनंदन करते हैं। उनका योगदान न केवल हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि यह हमें अपने सांस्कृतिक धरोहर को समझने और सराहने का अवसर भी प्रदान करता है।
इस प्रकार, उमा दास गुप्ता का कार्य हमें याद दिलाता है कि इतिहास केवल अतीत की कहानियाँ नहीं हैं, बल्कि वे हमारे वर्तमान और भविष्य को आकार देने वाले महत्वपूर्ण तत्व हैं। उनके विचारों और अनुसंधान ने हमें यह समझने में मदद की है कि कैसे महान व्यक्तित्वों का जीवन और कार्य आज भी हमारे लिए प्रासंगिक हैं।
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