घुमक्कड़ की डायरी-7. Dutch पार्क से सीख. Almere, Netherlands
घुमक्कड़ की डायरी-7
डच पार्क से सीख: स्वच्छता की संस्कृति और सामुदायिक ज़िम्मेदारी.
अल्मेरे (नीदरलैंड्स) के एक पार्क की सैर और यहाँ की स्वच्छता व्यवस्था पर एक विचार
अल्मेरे शहर के एक कोने में बसे हुए मेरे आवास के नज़दीक स्थित पार्क में सुबह की सैर का मन बनाया। यह पार्क लगभग दो एकड़ में फैला हुआ है, जिसके चारों ओर आधुनिक डिज़ाइन वाले घरों की बस्ती है। पर यहाँ की साफ़-सफ़ाई देखकर मन प्रसन्न हो गया! सड़कों पर कहीं कूड़े का एक टुकड़ा तक नहीं दिखा। पार्क के बीचोंबीच रंग-बिरंगे फूलों की क्यारियाँ थीं, जिनके आसपास नन्हे-नन्हे तराशे हुए पेड़ों की कतारें लगी हुई थीं। हरियाली और सुव्यवस्थित वातावरण ऐसा लग रहा था मानो किसी चित्रकार ने प्रकृति की इस कैनवास पर रंग भर दिए हों।
घर लौटते समय एक दृश्य ने मेरा ध्यान खींचा: हर घर के बाहर तीन अलग-अलग रंग के डस्टबीन रखे हुए थे। पास जाकर देखा तो पता चला कि यहाँ कचरा प्रबंधन की व्यवस्था अद्भुत है। हरे डब्बे में जैविक कचरा (सब्जी के छिलके आदि), नीले में सूखा कचरा (प्लास्टिक, कागज़), और भूरे में गत्ता व पुनर्चक्रण योग्य सामान डाला जाता है। हैरानी की बात यह कि सड़कों पर कहीं भी कूड़े के ढेर या गंदगी के निशान नहीं थे। पूछने पर पता चला कि आज "कचरा संग्रह दिवस" था। समय पर मशीनी गाड़ियाँ आती हैं, जो इन डब्बों को खाली करती हैं। यह काम पेशेवर सफाई कर्मी संभालते हैं, जिन्हें सम्मान और उचित वेतन मिलता है.
यहाँ की सबसे बड़ी सीख यह रही कि स्वच्छता केवल सरकार या किसी "खास जाति समुदाय" की ज़िम्मेदारी नहीं है। हर नागरिक अपने कचरे को अलग करके डस्टबीन में डालता है। अगर कोई पैकेट गिर जाए, तो लोग उसे उठाकर कूड़ेदान में डाल देते हैं। यह आदत उनकी शिक्षा और संस्कृति का हिस्सा है। मैंने सोचा — भारत में अक्सर लोग कहते हैं, "यह काम तो सफाईवाले का है," पर यहाँ हर व्यक्ति अपनी ज़िम्मेदारी समझता है।
पार्क में घूमते हुए लगा कि यहाँ प्रकृति को संजोने के साथ-साथ आधुनिक तकनीक का सही उपयोग हो रहा है। कचरा प्रबंधन की मशीनीकृत प्रणाली ने सफाई को कुशल बनाया है, वहीं नागरिकों की जागरूकता ने शहर को स्वच्छ रखा है। बच्चे खेल रहे थे, बुजुर्ग बेंच पर बैठे धूप का आनंद ले रहे थे — सभी के चेहरे पर संतुष्टि थी।
इस अनुभव ने मुझे गहराई से प्रभावित किया। हम भारतीय भी यदि स्वच्छता को "अपनी ज़िम्मेदारी" मानें और सरकारी व्यवस्था के साथ सहयोग करें, तो निश्चित ही हमारे शहरों का नक्शा बदल सकता है। जैसे अल्मेरे के निवासी अपने पार्क को गर्व से संभालते हैं, वैसे ही हमें अपने ताजमहल, गंगा घाट, या स्थानीय उद्यानों की सुंदरता बचानी होगी।
यह डच पार्क न सिर्फ़ प्रकृति की गोद में एक शांत सैरगाह है, बल्कि यह समाज की सामूहिक चेतना का प्रतीक भी है। काश! हम भी ऐसी व्यवस्था और संस्कार अपनाएँ जहाँ स्वच्छता केवल "कर्मचारियों का काम" न हो, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य बन जाए। 🌿🗑️
Ram Mohan Rai ,
Almere, Netherlands.
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