घुमक्कड़ की डायरी-19. Visit to Limbourg, Belgium/05.05.2025

घुमक्कड़ की डायरी-19
♤ लिम्बर्ग, बेल्जियम - एक सुरम्य कस्बे की सैर
   ●यूरोप की सैर अपने आप में एक अनूठा अनुभव है, जहां हर शहर, हर कस्बा अपनी कहानी कहता है। हाल ही में जर्मनी के आखेन (Aachen) से लौटते समय मुझे बेल्जियम के एक छोटे से कस्बे, लिम्बर्ग (Limbourg) में रुकने का अवसर मिला। यह कस्बा, जो बेल्जियम के वालोनिया क्षेत्र में स्थित है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। जैसे ही मैंने इस कस्बे में कदम रखा, मुझे पिछले वर्ष स्विट्जरलैंड की यात्रा की यादें ताजा हो आईं। पहाड़ियों, हरे-भरे जंगलों, छोटी-बड़ी नदियों और झरनों ने मुझे मंत्रमुग्ध कर दिया। यह यात्रा वृतांत उसी अनुभव का एक चित्रण है, जिसमें मैं लिम्बर्ग की खूबसूरती, इसके इतिहास और अपने बचपन की यादों के साथ एक भावनात्मक यात्रा का वर्णन करूंगा।
  ●लिम्बर्ग, बेल्जियम का एक छोटा सा कस्बा है, जो लीज (Liège) प्रांत में स्थित है। यह कस्बा वेसdre (Vesdre) नदी के किनारे बसा है और चारों ओर से हरी-भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इसकी आबादी मात्र कुछ सौ लोगों की है, लेकिन इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व इसे खास बनाता है। मध्यकाल में लिम्बर्ग एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और सैन्य केंद्र था, और आज भी इसके अवशेष यहाँ की गलियों, किलों और गिरजाघरों में देखे जा सकते हैं। यह कस्बा अपनी मध्ययुगीन वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, हालांकि यह बड़े शहरों की तरह भीड़-भाड़ से मुक्त है।
   ●यात्रा का प्रारंभ
आखेन से लिम्बर्ग की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है, और सड़क मार्ग से यह यात्रा बेहद सुहानी थी। जैसे-जैसे हम बेल्जियम की सीमा में प्रवेश किए, सड़क के दोनों ओर हरे-भरे जंगल और पहाड़ियां दिखने लगीं। वसंत का मौसम होने के कारण हर तरफ ताजगी थी। हवा में हल्की ठंडक और फूलों की महक थी। लिम्बर्ग पहुंचते ही सबसे पहले इसकी शांति ने मुझे आकर्षित किया। शहरों की भागदौड़ से दूर, यह कस्बा एकदम सुकून भरा था।
   ●लिम्बर्ग की प्राकृतिक सुंदरता
लिम्बर्ग का प्राकृतिक सौंदर्य इसे स्विट्जरलैंड की छोटी-मोटी घाटियों की याद दिलाता है। वेसdre नदी यहाँ की जीवनरेखा है, जो कस्बे को दो भागों में बांटती है। नदी के किनारे पत्थरों की पुरानी दीवारें और छोटे-छोटे पुल इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं। नदी के आसपास छोटे-बड़े झरने और नाले बहते हैं, जिनका पानी इतना साफ है कि उसमें आसमान का प्रतिबिंब दिखता है। चारों ओर फैली पहाड़ियां हरे जंगलों से ढकी हैं, और इनके बीच बने पैदल रास्ते प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग हैं। मैंने एक छोटा सा ट्रेक किया, जो मुझे एक ऊंची पहाड़ी पर ले गया। वहां से पूरे कस्बे का नजारा देखकर मन प्रसन्न हो गया।

 ●ऐतिहासिक धरोहर
लिम्बर्ग का इतिहास मध्यकाल से जुड़ा है, और यहाँ की हर गली, हर इमारत उस दौर की कहानी कहती है। कस्बे का सबसे प्रमुख आकर्षण है इसका कैथेड्रल (Église Saint-Georges), जो 11वीं शताब्दी में बना था। इसकी गोथिक शैली की वास्तुकला और रंग-बिरंगे कांच के झरोखे देखने लायक हैं। कैथेड्रल के अंदर की शांति और दीवारों पर उकेरी गई नक्काशी ने मुझे मध्ययुग के उस दौर में ले गया।
  ● इसके अलावा, लिम्बर्ग का पुराना किला (Château de Limbourg) भी एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह किला अब आंशिक रूप से खंडहर में है, लेकिन इसकी दीवारें और बुर्ज आज भी अपनी भव्यता का अहसास कराते हैं। किले के पास ही एक "पुरानी जेल" है, जो अब एक छोटा संग्रहालय है। यहां मध्यकालीन यातना उपकरण और उस समय के जीवन से जुड़ी चीजें प्रदर्शित हैं। इन ऐतिहासिक स्थलों को देखकर मुझे लगा कि मैं समय में पीछे चला गया हूँ।
  ●बचपन की यादों का पुनर्जनन
लिम्बर्ग की गलियां इस कस्बे का एक और आकर्षण हैं। कुछ गलियां चौड़ी और खुली हैं, तो कुछ इतनी संकरी कि दो लोग एक साथ मुश्किल से गुजर सकें। इन्हीं में से एक गली ने मुझे मेरे बचपन की यादों में खींच लिया। मैं पानीपत के कायस्थान मोहल्ले में पला-बढ़ा, जहां हमारा पुराना घर था। हमारे मोहल्ले में दो हिस्से थे - नीचे का हिस्सा, जिसे 'तलहाई' कहते थे, और ऊपरी हिस्सा, जिसे 'उपराही'। इन दोनों को जोड़ने वाली एक संकरी गली थी, जिसे हम '   "छत्ता" कहते थे। यह गली मात्र 2 फीट चौड़ी थी, और हमें इसे पार करने में डर लगता था। बच्चे कहते थे कि इस गली में भूतनी रहती है, इसलिए हम शोर मचाते हुए, डरते-डरते इसे दौड़कर पार करते थे। लिम्बर्ग में एक ऐसी ही संकरी गली देखकर मेरे मन में वही पुरानी यादें ताजा हो गईं। मैं उस गली में रुका, उसे ध्यान से देखा, और फिर धीरे-धीरे उसमें से गुजरा। ऐसा लगा जैसे मैं न सिर्फ उस गली से, बल्कि अपने बचपन की यादों से गुजर रहा हूँ। उस पल में लिम्बर्ग और पानीपत के बीच की दूरी मिट सी गई।
    ●स्थानीय संस्कृति और भोजन
लिम्बर्ग के लोग बेहद सरल और मेहमाननवाज हैं। स्थानीय कैफे में मैंने बेल्जियन वैफल्स और एक कप कॉफी का आनंद लिया।  कस्बे में छोटे-छोटे बाजार हैं, जहां स्थानीय हस्तशिल्प और चीज (cheese) की दुकानें हैं। मैंने वहां से कुछ हस्तनिर्मित स्मृति चिन्ह खरीदे, जो मुझे इस यात्रा की याद दिलाएंगे।
     ●लिम्बर्ग की यह छोटी सी यात्रा मेरे लिए एक अनमोल अनुभव थी। इस कस्बे ने मुझे न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक धरोहर से प्रभावित किया, बल्कि मेरे बचपन की यादों को भी जीवंत कर दिया। यहाँ की शांति, सादगी और सौंदर्य ने मेरे मन को सुकून दिया। अगर आप कभी बेल्जियम की यात्रा करें, तो बड़े शहरों की चकाचौंध से हटकर लिम्बर्ग जैसे छोटे कस्बे को जरूर देखें। यहाँ की गलियां, पहाड़ियां और इतिहास आपको एक ऐसी यात्रा पर ले जाएंगे, जो बाहरी दुनिया के साथ-साथ आपके भीतर की दुनिया को भी समृद्ध करेगी। एक और बात यहां के घरों के बाहर लोगों ने सुन्दर सुन्दर बेंच, कुर्सी-मेज लगा रखे हैं ताकि वहां सैलानी अपनी फोटो खिंचवाते हुए अपने यादगार पल संजो सकें. 
     ●लिम्बर्ग की यह यात्रा मेरे दिल में हमेशा बसी रहेगी, और मैं उम्मीद करता हूँ कि आप भी कभी इस खूबसूरत कस्बे की सैर करेंगे।
Ram Mohan Rai,
Limbourg, Belgium. 
05.05.2025
@highlight #Limbourg

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