मित्र मिलन की चाह / 03.05.2018

आज तो मेरा और मेरे मित्र प्रिंस Ruhin Hossain Prince का दिन है । ढाका (बांग्लादेश) में आते ही हमारी मेजबान तन्द्रा बरुआ Tandra Barua ने दो काम मेरे पसंदीदा किये । एक तो एयरपोर्ट से अपने घर ,धान मंडी में पहुचने से पहले गोलगप्पे खिलाये दूसरा मेरे 38 वर्षो से बिछड़े मित्र प्रिंस से मेरी बात करवाई । वीडियो मेसेंजर पर बात करते हुए हम दोनों भाव विह्वल हो गए । प्रिंस मेरे साथ 38 वर्ष पहले ताशकंद ( तत्कालीन सोवियत संघ ) में साथ पढ़े थे । तब से किसी भी प्रकार से सम्पर्क में नही रहे पर एक दूसरे को मिलने की चाहत सदा बरकरार रही । इंशाअल्लाह ,अब 7 मई को मिलने जा रहे है । आप भी दुआ कीजिये कि यह मिलन सफल हो । आभार नब कुमार राहा जी