Posts

Showing posts from February, 2022

जीवेम शरद: शतम- जयेश भाई

Image
जयेश*  यह ठीक है की जयेश भाई के पिता पद्मश्री श्री इश्वर भाई पटेल एक प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता तथा देशभर मे स्वच्छता अभियान के जनक थे  .य़ह भी बिल्कुल उचित है कि उनकी माता वसुधा बहन एक सफल शिक्षिका रहीं जिन्होंने जहाँ अपने पति के साथ कंधे से कन्धा मिला कर न केवल घर गृहस्थी की जिम्मेवारी का सफल पालन किया वहीँ अपनी संतान को उत्तम से उत्तम शिक्षा व संस्कार दिये.  य़ह भी बिलकुल सही है कि उनकी पत्नि अनार न केवल गुजरात प्रदेश में गाँव-2 में स्त्री शक्ति जागरण के साथ-साथ शिल्प, ग्रामोद्योग एवं  कुटीर उद्योग का काम करती है व इसकी धाक सुदूर विदेशों में भी है.  इस बात से भी कोई इन्कार नहीं किया जा  सकता कि उनकी सासु माँ आनंदी बहन पिछले चार दशकों से सक्रिय राजनीति में है तथा संसद सदस्य, गुजरात सरकार में  मंत्री, मुख्यमंत्री जेसे महत्त्वपूर्ण पदों पर रह कर अब उत्तरप्रदेश जेसे विशाल प्रदेश की राज्यपाल है.          इसमें भी कतई सन्देह नहीं कि जयेश तथा उनकी पत्नी अनार ,दोनों ने विदेश में रह कर उच्च शिक्षा प्राप्त की और अब उनकी पुत्री भी बाहर रह कर पढ़ाई कर रही है

Maulana Azad

Image
गांधी ग्लोबल फैमिली एवं  मौलाना आजाद फाउंडेशन फॉर एजुकेशन एंड सोशल एमिटी के संयुक्त तत्वावधान में मौलाना अबुल कलाम आजाद की 64 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित "मौलाना आजाद शिक्षा एवं सामाजिक सद्भाव" विषय पर आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय वेबीनार को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मौलाना आजाद बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इतिहास में वे पहले व्यक्ति थे जो अपनी 35 वर्ष की अवस्था में इसके अध्यक्ष बने । उनकी लोकप्रियता एवं ऊंचाई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके बाद ही महात्मा गांधी तथा पंडित नेहरू इस पद पर शोभायमान हुए। वे महात्मा गांधी के अनन्य सहयोगी थे तथा गांधीजी पर अटूट आस्था रखते थे। वे न केवल कुरान शरीफ के सर्वोत्तम व्याख्याकार थे, वहीं अन्य धर्मों के ग्रंथों को भी खूब गहराई से जानते थे। अपने विभिन्न उद्बोधनों में उन्होंने सदा सांप्रदायिक सद्भाव, समानता तथा शांति एवं प्रेम की बात की और उनका मानना था कि संकीर्णता किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं होनी चाहिए। स्वतंत्र भारत के शासकीय इतिहास में  वे एक अप्रतिम

Dwarka

Image
आभार!            ईश्वर सर्वव्यापक, सर्वज्ञ एवं जगत नियन्ता है, उसी की उपासना करनी योग्य है.  वह इस पूरे ब्रह्मांड के कण-कण में व्याप्त है। परंतु यहां इस नगर में वे द्वारिकाधीश है अर्थात राजाओं के राजा है।       यहां के दो महान दृष्टांत है। एक  सुदामा का जो अति दरिद्र थे और अपनी दरिद्रता को समाप्त करने के लिए धन एवं संपन्नता को प्राप्त करने के लिए अपने मित्र भगवान कृष्ण के पास आए थे।  यहाँ  आने  पर उनकी दरिद्रता समाप्त हुई।     दूसरा मेवाड़ की महारानी, जो सभी ऐश्वर्य एवं  संपन्नता से परिपूर्ण थी। भक्त मीरा तमाम सुख संपत्ति को छोड़कर अपनी मुक्ति के लिए यहां आई और उसे यही मुक्ति मिली ।         यह संपन्नता, ज्ञान एवं मुक्ति का स्थान है।      हम भी यहां विनम्र भाव से उनके सेवक बनकर आए हैं। कुछ मांगने के लिए नहीं  क्योंकि वे तो अन्तर्यामी   है और जब कोई भी व्यक्ति यहां पूर्ण समर्पण से आता है तो वे अपने स्तर के अनुसार ही उसे आतिथ्य   प्रदान करते हैं। ऐसा ही हमारे साथ हुआ। हम तो ठहरे एक सामान्य व्यक्ति, परंतु ठहरे उस सर्वव्यापक, सर्वांतर्यामी, जगतनियंता द्वारिकाधीश के म

V V Giri

Image
गिरि -गिरी से ऊँचा तेरा मस्तक !💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 आठवी क्लास में जैन हाई स्कूल से आर्य सीनियर सेकंडरी स्कूल पानीपत में तब्दील हो कर दाखिला ले लिया । पिता जी ने 1928 -48 तक जैन स्कूल में ही पढ़ाया था उन्ही की वजह से ही इस स्कूल में पांचवी में प्रवेश लिया था । हमारा परिवार आर्य समाजी था व आर्य स्कूल में प्रिंसिपल के तौर पर श्री नित्या नन्द जी सिरसा से पानीपत तब्दील होकर आये थे । मेरी माता जी हिसार की थी इसलिये वे मेरी माँ को बहन कहते और हम उन्हें मामा जी । प्रिंसिपल साहब की ही प्रेरणा से मुझे अब आर्य स्कूल में दाखिल करवाया गया था । जी हाँ  वही आर्य स्कूल जिसका सन् 1947 से पूर्व नाम हाली मुस्लिम हाई स्कूल था । इस स्कूल में आकर मुझे अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिला । एक तो थी आर्य समाजी  पृष्ठभूमि  दूसरी  अपनी सक्रियता । स्कूल में रोजाना संध्या-हवन होता था जो मुझे बचपन से ही कंठष्ठ था । हमारे धर्म शिक्षक श्री मथुरा प्रशाद शास्त्री थे जो ऐसे छात्रो को प्रोत्साहित करते थे जिन्हें वेद मन्त्र याद थे और हम ठहरे इसमें अग्रणी ।  इस स्कूल में आकर पढ़ाई में भी खूब मन लगा और म

Jaipur

Image
Happy Valentine's Day मोहब्बत के यादगार शहर में 🤝🤝🤝🤝🤝🤝🤝🤝 जयपुर मेरे लिये एक सौभाग्य व यादगार का शहर रहा है । यह मेरे लिए एक ऐतिहासिक पर्यटक शहर ही नही बल्कि पारिवारिक नगरी भी है । ज्यों ही आज अल सुबह मेरे अज़ीज़ मित्र श्री मुजीब आज़ाद साहब ,जो एक ख्यातिप्राप्त पत्रकार ,लेखक व प्रकाशक है ,मुझे रेलवे स्टेशन पर लेने आये तो मेरी सभी यादें एकदम ताज़ा हो गयी  । मुजीब साहब तो ऐसे लगे मानो मेरे कोई नजदीकी रिश्तेदार ही आये हों, बेशक यह मेरी उनसे पहली मुलाकात थी और सोशल मीडिया पर उनसे मात्र हफ्ते पहले ही उनसे सम्पर्क हुआ था । वे आचार्य कुल की गांधी 150 पर बनी समिति के राष्ट्रीय संयोजक है तथा उनकी बातों में इतना स्नेह व सम्मोहन है कि मैं भी उनके निमंत्रण पर यहाँ खिंचा चला आया ।         मेरे माता-पिता दोनों ही स्वतन्त्रता आंदोलन से जुड़े रहे । भारत की आज़ादी के बाद  इस शहर में ही कांग्रेस का महाधिवेशन हुआ था और मेरे माता-पिता इस अधिवेशन में भाग लेने के लिये आये थे और रुके थे जयपुर के एक प्रख्यात कांग्रेस नेता श्री राम स्वरूप चंदेल जो वर्तमान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पत्नी क

Nehru Yuva Kendra , Panipat

Image
नेहरू युवा केन्द्र तथा जन कल्याण मंच के संयुक्त तत्वावधान में जल जागरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में पानीपत में बहुत ही क्रियाशील व ऊर्जावान युवा श्री दुष्यंत भट्ट(सीनियर डिप्टी मेयर) ने मुख्यातिथि तथा मुझे सभा अध्यक्ष के रूप में सम्मिलित होने का अवसर मिला । कार्यक्रम संयोजक श्री रोशन लाल सैनी व सौरभ आर्य बहुत ही सक्रिय व्यक्तित्व है । इस अवसर पर पब्लिक हेल्थ के एक्स ई एन श्री संजय शर्मा , नेहरू युवा केन्द्र ,पानीपत के अधिकारी श्रीमती स्नेहलता एवम कनिका त्रिपाठी , राष्ट्रीय युवा अवार्डी सूबे सिंह व गांधी ग्लोबल फैमिली के जिला अध्यक्ष श्री नीरज ग्रोवर , सहायक लोक सम्पर्क अधिकारी ओम दत्त शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग व बड़ी संख्या में युवा उपस्थित रहे ।